आर्थिक मोर्चे पर रिकवरी के संकेत, जीएसटी कलेक्शन के बाद निर्यात में तेजी

मई महीने में वस्तुओं का निर्यात 19 अरब डॉलर का रहा अप्रैल में मात्र 10.36 अरब डॉलर का था।

By Ankit KumarEdited By: Publish:Mon, 15 Jun 2020 07:27 PM (IST) Updated:Tue, 16 Jun 2020 07:35 AM (IST)
आर्थिक मोर्चे पर रिकवरी के संकेत, जीएसटी कलेक्शन के बाद निर्यात में तेजी
आर्थिक मोर्चे पर रिकवरी के संकेत, जीएसटी कलेक्शन के बाद निर्यात में तेजी

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। देश के साथ वैश्विक स्तर पर लॉकडाउन खुलने से आर्थिक मोर्चे पर रिकवरी के संकेत मिलने लगे हैं। मई महीने में वस्तुओं का निर्यात 19 अरब डॉलर का रहा जबकि इस साल अप्रैल माह में वस्तुओं का निर्यात सिर्फ 10.36 अरब डॉलर का था। वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के ट्वीट के मुताबिक जून के पहले सप्ताह में वस्तुओं का निर्यात कोविड-19 से पूर्व के स्तर के आसपास पहुंच गया है। गोयल के मुताबिक इस साल जून के पहले सप्ताह में 4.94 अरब डॉलर का निर्यात किया गया। पिछले साल जून के पहले सप्ताह का निर्यात 5.03 अरब डॉलर का था।

वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इस साल मई माह के निर्यात में पिछले साल मई के मुकाबले 36.47 फीसद की गिरावट दर्ज की गई। वहीं, इस साल अप्रैल के निर्यात में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 60 फीसद की गिरावट दर्ज की गई थी। मई माह में वस्तुओं के आयात में पिछले साल मई के मुकाबले 51.05 फीसद की गिरावट रही। इस साल मई में 22.2 अरब डॉलर का आयात किया गया जबकि पिछले साल मई में 45.3 अरब डॉलर का आयात किया गया था। मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक जुलाई तक निर्यात में हो रही गिरावट का दौर समाप्त हो सकता है।

जीएसटी कलेक्शन में भी हो रही बढ़ोतरी

आर्थिक मोर्चे पर रिकवरी के संकेत जीएसटी कलेक्शन में होने वाली बढ़ोतरी से भी मिल रहे है। जीएसटी काउंसिल में पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक इस साल अप्रैल में जीएसटी कलेक्शन 32,172 करोड़ रुपए का था। गत मई में कलेक्शन बढ़कर 62,151 करोड़ के स्तर पर पहुंच गया जो कि पिछले साल मई के मुकाबले 38 फीसद कम है। हालांकि, सरकार की तरफ से इस साल अप्रैल व मई माह के जीएसटी कलेक्शन के आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक मई माह में जीएसटी कलेक्शन में अप्रैल के मुकाबले होने वाली बढ़ोतरी निश्चित रूप से वस्तुओं की बिक्री में बढ़ोतरी को दर्शाता है। वस्तुओं की बिक्री होने पर ही जीएसटी कलेक्शन में बढ़ोतरी होती है।

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