अडाणी को पॉवर ट्रांसमिशन से जुड़ा कारोबार बेंचेगी रिलायंस इंफ्रा, 2 हजार करोड़ में हुआ सौदा

अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंफ्रा लिमिटेड और अडाणी ग्रुप के बीच बुधवार को एक समझौता हुआ है

By Surbhi JainEdited By: Publish:Wed, 05 Oct 2016 04:10 PM (IST) Updated:Wed, 05 Oct 2016 07:08 PM (IST)
अडाणी को पॉवर ट्रांसमिशन से जुड़ा कारोबार बेंचेगी रिलायंस इंफ्रा, 2 हजार करोड़ में हुआ सौदा

नई दिल्ली: अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंफ्रा लिमिटेड और अडाणी ग्रुप के बीच बुधवार को एक समझौता हुआ है। इस समझौते के तहत रिलायंस इंफ्रा अब अपनी पॉवर ट्रांसमिशन से जुड़ी आस्तियां (एसेट्स) अडाणी को 2 हजार करोड़ रुपए में बेचेगी। रिलायंस इंफ्रा दो इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन से जुड़ी लाइन का स्वामित्व रखती है। एक महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश और कर्नाटक में अपनी सेवाएं देती है। वहीं, हिमाचल और पंजाब में अपनी सेवाएं देने वाली दूसरी लाइन में वो 74 फीसदी की हिस्सेदारी रखती है।

कंपनी की तरफ से जारी किए गए आधिकारिक बयान में बताया गया, “रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (RInfra) ने बुधवार को अडाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड (ATL) के साथ एक बाध्यकारी टर्म शीट पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की है। इसके तहत अडाणी ग्रुप आर इन्फ्रा की ट्रांसमिशन से जुड़ी इकाई में 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगा।” हालांकि दोनों कंपनियों ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि यह डील कितने में हुई है लेकिन बैंक सूत्रों के मुताबिक यह डील करीब 2000 करोड़ रुपए के आस-पास की हो सकती है।

ट्रांसमिशन क्षेत्र से जुड़ी दो कंपनियों का स्वामित्व रखती है आर इन्फ्रा

आर इन्फ्रा (RInfra) देश के पहली सौ फीसदी निजी क्षेत्र के ट्रांसमिशन प्रोजक्ट वेस्ट्रन रीजन सिस्टम स्ट्रैंथनिंग स्कीम (WRSSS) बी एंड सी प्रोजक्ट का मालिकाना हक रखती है जो महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश और कर्नाटक में अपनी सेवाएं देती है। इसके साथ ही यह हिमाचल और पंजाब में अपनी सेवाएं देने वाली पार्बती कोल्डम ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड (PKTCL) में भी 74 फीसदी की हिस्सेदारी रखती है। यह पॉवर ग्रिड कोर्पोरेशन ऑफ इंडिया (PGCIL) के साथ संयुक्त उपक्रम के तौर पर काम करती है।

chat bot
आपका साथी