RBI का 2021-22 में जीडीपी वृद्धि दर 10.5 फीसद रहने का अनुमान

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने महंगाई को लेकर कहा कि निकट भविष्य में सब्जियों के दाम नरम रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि खुदरा महंगाई चालू तिमाही में कम होकर 5.2 फीसद पर रहने की संभावना है।

By NiteshEdited By: Publish:Fri, 05 Feb 2021 12:18 PM (IST) Updated:Sat, 06 Feb 2021 07:45 AM (IST)
RBI का 2021-22 में जीडीपी वृद्धि दर 10.5 फीसद रहने का अनुमान
RBI projects GDP growth rate of 10 5 percent for FY 22

नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को मौद्रिक नीति समिति (MPC) द्वारा नीतिगत दरों को लेकर किए गए फैसलों का एलान किया। इस समीक्षा में एक अप्रैल से शुरू अगले वित्त वर्ष के लिए जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर 10.5 फीसद रहने का अनुमान है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि हम देख रहे हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था केवल एक दिशा में ऊपर की ओर बढ़ रही है।

उन्होंने कहा कि जो अनुमान व्यक्त किया गया है वह केंद्रीय बजट में जतायी गई संभावना के अनुरूप है। दास ने कहा कि अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर अगले वित्त वर्ष में सुधरकर 10.5 फीसद पर आने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि सरकार मार्च अंत तक मुद्रास्फीति लक्ष्य की समीक्षा करेगी। 

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने महंगाई को लेकर कहा कि निकट भविष्य में सब्जियों के दाम नरम रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि खुदरा महंगाई चालू तिमाही में कम होकर 5.2 फीसद पर रहने की संभावना है। जबकि, अगले वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में इसके घटकर 4.3 फीसद पर आने की संभावना है। 

गवर्नर ने कहा कि वृद्धि में अच्छा सुधार हुआ है और टीकाकरण अभियान से आर्थिक प्रगति को गति मिलेगी। मालूम हो कि वित्त वर्ष 2021-22 के बजट की घोषणा के बाद आर्थिक मामलों के सचिव तरूण बजाज ने कहा था कि अगले वित्त वर्ष में वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 10 से 10.5 फीसद रहने का अनुमान है। 

आरबीआई गवर्नर की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति को सालाना महंगाई दर 31 मार्च 2021 तक 2 फीसद घट-बढ़ के साथ 4 फीसद पर बरकरार रखने की जिम्मेदारी दी गयी हुई है। आरबीआई गवर्नर के नीतिगत दरों के एलान के समय शेयर बाजार में तेजी का रुख रहा। BSE का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 224.18 अंक के उछाल के साथ 50,838.47 अंक के स्तर पर ट्रेंड कर रहा था।

chat bot
आपका साथी