शेयर समीक्षा: विदेशी रुझानों, नतीजे और तेल की धार पर होगी बाजार की नजर

विशेषज्ञों के मुताबिक सेवा क्षेत्र के पीएमआइ आंकड़ों का इस सप्ताह बाजार पर असर पड़ सकता है

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Mon, 05 Nov 2018 08:58 AM (IST) Updated:Mon, 05 Nov 2018 09:52 AM (IST)
शेयर समीक्षा: विदेशी रुझानों, नतीजे और तेल की धार पर होगी बाजार की नजर
शेयर समीक्षा: विदेशी रुझानों, नतीजे और तेल की धार पर होगी बाजार की नजर

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। विदेशी बाजारों के रुझानों, आर्थिक आंकड़ों और रुपये व कच्चे तेल की कीमतों से इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजार को दिशा मिलेगी। दिवाली और उससे जुड़े अन्य त्योहारों के चलते प्रमुख शेयर बाजार बुधवार और गुरुवार को बंद रहेंगे। बुधवार को बीएसई और एनएसई एक विशेष मुहूर्त सत्र आयोजित करेंगे। दिवाली के अवसर पर मुहूर्त कारोबार शाम पांच बजे से साढ़े छह बजे तक संचालित किया जाएगा।

वैश्विक बाजारों का हाल: आज प्रमुख एशियाई बाजारों में गिरावट देखने को मिल रही है। सुबह 8 बजकर 50 मिनट पर जापान का निक्केई -1.16 अंकों की गिरावट के साथ 21985 पर, चीन का शांघाई 0.85 फीसद की गिरावट के साथ 2653 पर, हैंगसेंग 2.22 फीसद की गिरावट के साथ 25875 पर और ताइवान का कॉस्पी 1.56 फीसद की गिरावट के साथ 2063 के स्तर पर कारोबार करता देखा गया। वहीं अगर अमेरिकी बाजारों की बात करें तो बीते दिन तो वो भी गिरावट के साथ बंद हुए हैं। डाओ जोंस 0.43 फीसद की गिरावट के साथ 25270 पर, स्टैंडर्ड एंडपुअर्स 0.63 फीसद की गिरावट के साथ 2723 पर और नैस्डैक 1.04 फीसद की गिरावट के साथ 7356 पर कारोबार कर बंद हुआ।

विशेषज्ञों का नजरिया: विशेषज्ञों के मुताबिक सेवा क्षेत्र के पीएमआइ आंकड़ों का इस सप्ताह बाजार पर असर पड़ सकता है। पीएमआइ आंकड़े सोमवार को जारी किए जाएंगे। निवेशकों की निगाह इस सप्ताह अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दर संबंधी फैसलों पर भी टिकी रहेगी।

एपिक रिसर्च के सीईओ मुस्तफा नदीम ने कहा कि विदेशी रुझानों और पश्चिमी बाजारों की कोई भी सकारात्मक खबर या घटनाक्रम घरेलू शेयर बाजार के लिए अहम साबित होगी। कच्चे तेल की कीमत में हाल में आई गिरावट से बाजार का माहौल सकारात्मक बना हुआ है। औद्योगिक उत्पादन और महंगाई पर दूसरे सप्ताह में आने वाले के आंकड़ों पर भी निवेशकों का ध्यान रहेगा। दीवाली की छुट्टी के कारण शेयर बाजार में इस सप्ताह कारोबार का स्तर काफी कम रहेगा।

गौरतलब है कि रुपये ने शुक्रवार को पांच साल की सबसे बड़ी दैनिक छलांग लगाई थी और यह डॉलर के मुकाबले 100 पैसे मजबूत होकर 72.45 पर बंद हुआ था। पिछले सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 1,662.34 अंक या पांच फीसद मजबूत होकर 35,011.65 पर बंद हुआ।

आठ कंपनियों का पूंजीकरण 1.69 लाख करोड़ रुपये बढ़ा: बीएसई सेंसेक्स में सर्वाधिक बाजार पूंजीकरण (एमकैप) वाली 10 कंपनियों में से आठ का एमकैप पिछले सप्ताह कुल 1,69,865.11 करोड़ रुपये बढ़ा। एमकैप में सर्वाधिक बढ़ोतरी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) में दर्ज की गई। टीसीएस का एमकैप 41,351.28 करोड़ रुपये बढ़ा और वह देश की सर्वाधिक एमकैप वाली कंपनी बनी हुई है। एसबीआइ का एमकैप गत सप्ताह 33,333.33 करोड़ रुपये बढ़ा। इस दौरान आइसीआइसीआइ बैंक का एमकैप 25,271.12 करोड़ रुपये और एचडीएफसी का 20,763.9 करोड़ रुपये बढ़ा।

एफपीआइ ने की दो वर्षो की सबसे बड़ी मासिक निकासी: महंगे कच्चे तेल, रुपये में कमजोरी और चालू खाता घाटा के मोर्चे पर खराब स्थिति के कारण विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआइ) ने पूंजी बाजार से अक्टूबर में 38,900 करोड़ रुपये (5.2 अरब डॉलर) निकाल लिए। यह करीब दो साल में किसी भी महीने में हुई सबसे बड़ी निकासी है। इसके साथ ही इस साल अब तक विदेशी निवेशकों द्वारा पूंजी बाजार (शेयर बाजार और पूंजी बाजार) से की गई कुल निकासी एक लाख करोड़ रुपये को पार कर गई। ताजा आंकड़ों के मुताबिक विदेशी एफपीआइ ने अक्टूबर में शेयर बाजार से 28,921 करोड़ रुपये और डेट बाजार से 9,979 करोड़ रुपये निकाले। यह नवंबर 2016 के बाद हुई सबसे बड़ी निकासी है।

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