एनसीआर में एक लाख से ज्यादा प्रॉपर्टी को नहीं मिल पा रहे खरीदार

गुरुग्राम में पिछले तीन वर्षों में 10 फीसद की दर से गिरावट आई है जबकि इसी अवधि के दौरान नोएडा में 2.5 फीसद से अधिक की कमी आई है।

By NiteshEdited By: Publish:Sat, 12 Oct 2019 06:39 PM (IST) Updated:Sun, 13 Oct 2019 08:11 AM (IST)
एनसीआर में एक लाख से ज्यादा प्रॉपर्टी को नहीं मिल पा रहे खरीदार
एनसीआर में एक लाख से ज्यादा प्रॉपर्टी को नहीं मिल पा रहे खरीदार

नई दिल्ली, पीटीआइ। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गुरुग्राम में जुलाई अंत तक बिना बिक्री वाले घरों की संख्या 1.09 लाख थीं, जिनमें से 54 फीसद की कीमत 45 लाख रुपये और इससे कम थी, प्रॉपर्टी ब्रोकरेज PropTiger की रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। होम लोन पर ब्याज दरों में गिरावट और फ्लैट्स पर 45 लाख रुपये तक के ब्याज पर 1.5 लाख रुपये की अतिरिक्त कर कटौती से PropTiger को उम्मीद है कि डेवलपर्स किफायती मूल्य पर उन्सोल्ड यूनिट्स को बेच पाएंगे।

प्रॉपटीगर ने एक रिपोर्ट में कहा, 'एनसीआर के प्रमुख बाजारों में जुलाई 2019 के अंत तक कुल 108,937 यूनिट्स अनसोल्ड थीं। जिनमें से 58,516 घरों की कीमत 45 लाख रुपये या उससे कम थी।' गुरुग्राम के बाजार की बात करें तो इसमें भिवाड़ी, रेवाड़ी, नीमराना और धारूहेड़ा के आंकड़े भी शामिल हैं।

एलारा टेक्नोलॉजी के ग्रुप सीओओ मणि रंगराजन ने कहा कि इनसॉल्वेंसी का सामना करने वाले बिल्डरों के बढ़ते मामलों ने एनसीआर में खासकर नोएडा के प्रॉपर्टी मार्केट सेंटीमेंट को बुरी तरह प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि बिक्री की मौजूदा तेजी को देखते हुए डेवलपर्स नोएडा, ग्रेटर नोएडा में मौजूदा स्टॉक को बेचने के लिए कम से कम साढ़े तीन साल का समय चाहेंगे, जबकि गुरुग्राम के लिए उन्हें 28 महीने लगेंगे।

अगर घर की कीमत 45 लाख या इससे कम है तो इस साल के बजट में सरकार ने होम लोन के ब्याज पर कर कटौती की सीमा को बढ़ा दिया है। रंगराजन ने कहा कि पिछले एक साल में जीएसटी की 1 फीसद की कम दर से भी सस्ती संपत्तियों में निवेश बढ़ा है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इन तीन बाजारों में कीमतों में कुछ सुधार हुआ है, जिससे खरीदारों के लिए आसानी हो गई है। गुरुग्राम में पिछले तीन वर्षों में 10 फीसद की दर से गिरावट आई है, जबकि इसी अवधि के दौरान नोएडा में 2.5 फीसद से अधिक की कमी आई है। 

chat bot
आपका साथी