गडकरी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के इलेक्ट्रिक लेन के लिए उद्योग जगत से सामने आने का किया आह्वान

उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन भारतीय कंपनियों और स्टार्टअप के बीच लोकप्रिय हो रहे हैं। अब वे दिन दूर नहीं जब भारत इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्यात में अग्रणी हो जाएगा।

By NiteshEdited By: Publish:Thu, 13 Feb 2020 09:09 PM (IST) Updated:Fri, 14 Feb 2020 08:22 AM (IST)
गडकरी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के इलेक्ट्रिक लेन के लिए उद्योग जगत से सामने आने का किया आह्वान
गडकरी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के इलेक्ट्रिक लेन के लिए उद्योग जगत से सामने आने का किया आह्वान

नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर प्रस्तावित इलेक्ट्रिक लेन को लेकर उद्योग जगत से सरकार के साथ हाथ मिलाने का अनुरोध किया। उन्होंने इस मसले पर गंभीर भागीदारों को नीतिगत मदद का भी भरोसा दिया है। गडकरी ने कहा कि 1.03 लाख करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहे इस एक्सप्रेसवे का दिल्ली-जयपुर खंड दीवाली से पहले तैयार हो जाएगा।

उन्होंने फिक्की की ओर से आयोजित सम्मेलन 'भारत में कम कार्बन एवं स्वस्थ आवागमन की रूपरेखा का विकास में कहा, 'तीन साल के भीतर 1.03 लाख करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के इलेक्ट्रिक लेन में निवेश करने के लिए भारतीय निवेशकों को आगे आना चाहिए।'

उन्होंने कहा कि सरकार गंभीर भागीदारों को नीतिगत समर्थन देने के लिए तैयार है। उन्होंने उद्योग जगत से जैव, CNG समेत वैकल्पिक ईंधनों तथा इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में भी आगे आने का आह्वान किया। गडकरी ने परिवहन की आधुनिक बुनियादी संरचना पर जोर देते हुए कहा कि वह इस महीने स्वीडन की यात्रा के दौरान विद्युतीय राजमार्ग का मुद्दा उठाएंगे।

उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन भारतीय कंपनियों और स्टार्टअप के बीच लोकप्रिय हो रहे हैं। अब वे दिन दूर नहीं जब भारत इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्यात में अग्रणी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जलमार्ग आवागमन का एक अन्य बढ़िया माध्यम बन सकता है। मेट्रो टिअर-दो और टिअर-तीन शहरों में सफल हो सकता है। गडकरी ने कहा कि प्रस्तावित 22 परियोजनाओं में से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे समेत छह अन्य एक्प्रेसवे का काम शुरू हो चुका है। 

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