मोदी ने दिया बजट में कर सुधार का संकेत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कारोबार की प्रक्रिया सुगम बनाने और कर प्रणाली में निरंतरता लाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने इस दिशा में आगामी आम बजट में भी कुछ कदम उठाने का संकेत दिया है। प्रधानमंत्री का कहना है कि उनकी सरकार ने विगत की ज्यादतियों को दूर
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कारोबार की प्रक्रिया सुगम बनाने और कर प्रणाली में निरंतरता लाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने इस दिशा में आगामी आम बजट में भी कुछ कदम उठाने का संकेत दिया है। प्रधानमंत्री का कहना है कि उनकी सरकार ने विगत की ज्यादतियों को दूर किया है। शेष अनिश्चितताओं को भी दूर किया जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी कर कानूनाों में सरलता व स्थिरता की वकालत की है।
यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल की बैठक में शीर्ष कारोबारियों को संबोधित करते हुए मोदी ने सोमवार को यहां कहा कि भारत ने कारोबार करना आसान बनाने के मानकों को पूरा करने के लिए कई कदम उठाएं हैं। देश का उद्देश्य ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की सूची में शीर्ष 50 देशों में शामिल होना है। निवेशकों की चिंताओं को दूर करते हुए मोदी ने कहा कि कर कानून ऐसे होने चाहिए जिसका पूर्वानुमान कारोबारी लगा सकें। इसके लिए कर कानूनों में निरंतरता बहुत जरूरी है।
सरकार इस दिशा में भी कदम उठाएगी। आपको ऐसा माहौल मिलेगा जो निवेश को प्रोत्साहित करता है और उद्यमिता को बढ़ावा देता है। उन्होंने तीन एस- स्किल, स्केल और स्पीड पर बल दिया।
वैसे, मोदी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि वे कदम आखिर क्या होंगे, लेकिन माना जा रहा है कि संप्रग सरकार के पूर्व-प्रभाव से कर लगाने के प्रावधान को सरकार हटा सकती है। इस प्रावधान को लेकर अंतरराष्ट्रीय निवेशकों ने चिंता जताई है।
क्या-क्या बोले नमो-
-देश तो नीति निर्देशित होना चाहिए।
-आर्थिक विकास के लिए नीतियों में निरंतरता जरूरी है।
-इसलिए बार-बार नीतियां नहीं बदलनी चाहिए।
-सरकार लोगों की क्रयशक्ति को बढ़ाना चाहती है।
-वह खुद बड़ी परियोजनाओं की निगरानी करते हैं।
-भारत में अपार संभावनाएं हैं।
-समृद्धि शांति की गारंटी नहीं है।
-भारत विश्व को एक परिवार मानता है।