आपके चेक में लिखे होते हैं 23 नंबर, क्या आप जानतें हैं इनका मतलब?

चेक का इस्तेमाल आमतौर पर सभी करते हैं। इस पर दिए गए अमाउंट, साइन, नाम और चेक नंबर के बारे में सब लोग जानते हैं। लेकिन क्या कभी आपने इसपर लिखे 23 डिजिट के नंबर पर गौर किया है?

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Tue, 18 Oct 2016 10:49 PM (IST) Updated:Tue, 18 Oct 2016 10:53 PM (IST)
आपके चेक में लिखे होते हैं 23 नंबर, क्या आप जानतें हैं इनका मतलब?

नई दिल्ली: चेक का इस्तेमाल आमतौर पर सभी करते हैं। इस पर दिए गए अमाउंट, साइन, नाम और चेक नंबर के बारे में सब लोग जानते हैं। लेकिन क्या कभी आपने इसपर लिखे 23 डिजिट के नंबर पर गौर किया है? इस पर लिखे हर नंबर का कुछ न कुछ मतलब होता है। जागरण डॉट कॉम की टीम आज अपने पाठकों को इन्हीं नंबरों के बारे बताने जा रही है।

1. चेक नंबर:

चेक में नीचे दिए गए नंबरों में से शुरुआती छह डिजिट चेक नंबर कहलाते हैं। रिकॉर्ड के लिए चेक नंबर काम आता है।

2. एमआईसीआर कोड:

इसका मतलब Magnetic Ink Corrector Recognition होता है। यह सीरीज में अगले नौ डिजिट्स होते हैं। यह नंबर यह दर्शाता है कि चेक किस बैंक से जारी हुआ है। इसे चेक रीडिंग मशीन पढ़ती है। यह तीन भागों में बंटा होता है। पहला भाग सिटी कोड होता है। मसलन, सीरीज की पहली तीन डिजिट आपके शहर का पिन कोड होता है जिसकी मदद से यह पता लगाया जा सकता है कि चेक किस शहर से है।दूसरा भाग बैंक कोड होता है। अगली तीन डिजिट यूनीक कोड होता है। हर बैंक का अलग यूनीक कोड होता है। उदाहरण के तौर पर ICICI बैंक का 229 आदि।तीसरा भाग ब्रांच कोड होता है। हर बैंक का ब्रांच कोड अलग होता है। यह कोड बैंक से जुड़े हर ट्रांजैक्शन में इस्तेमाल किया जाता है।

3. बैंक एकाउंट नंबर:

अगली छह डिजिट बैंक एकाउंट नंबर होती है। यह नंबर नई चेक बुक्स में होता है, पहले की जो पुरानी चेक बुक्स होती थी उसमें यह नंबर नहीं होता था।

4. ट्रांस्जेक्शन आईडी:

आखिरी की दो डिजिट ट्रांस्जेक्शन आईडी होती है। 29, 30 और 31 नंबर एट पार चेक को दर्शाते हैं और 09, 10 और 11 लोकल चेक को।

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