दीपावली तक ब्रिटेन के साथ होगा व्यापार समझौता, कनाडा और इजराइल से भी हो सकता है FTA

इस साल भारत सरकार कई देशों के साथ व्यापार समझौता करने पर विचार कर रही है। दीपावली तक ब्रिटेन के साथ व्यापार समझौता होगा। इस क्रम में कनाडा और इजराइल से भी FTA (Free trade agreement) हो सकता है।

By Sarveshwar PathakEdited By: Publish:Fri, 27 May 2022 08:46 PM (IST) Updated:Sat, 28 May 2022 07:04 AM (IST)
दीपावली तक ब्रिटेन के साथ होगा व्यापार समझौता, कनाडा और इजराइल से भी हो सकता है FTA
दीपावली तक ब्रिटेन के साथ होगा व्यापार समझौता

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। यूएई और आस्ट्रेलिया के बाद भारत इस साल दीपावली तक ब्रिटेन के साथ मुक्त व्यापार समझौता (Free trade agreement) करने जा रहा है। शुक्रवार को वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ब्रिटेन में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि दिवाली तक दोनों देश एफटीए कर लेंगे। यह एफटीए अंतरिम नहीं होकर पूर्ण एफटीए होगा। उन्होंने कहा कि पहले यह सहमति बनी थी कि जिन आइटम के व्यापार को लेकर दोनों देशों के बीच कोई हिचक नहीं है, उनके लिए इस साल दिवाली तक एक अंतरिम एफटीए कर लिया जाए, लेकिन एफटीए वार्ता की तेज गति को देखते हुए अब इस साल दिवाली तक पूर्ण एफटीए हो जाएगा। इस साल दिवाली अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में है।

भारत और ब्रिटेन के बीच वित्त वर्ष 2021-22 (अप्रैल-फरवरी) में 16 अरब डॉलर का व्यापार किया गया। शुक्रवार को दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते को लेकर बातचीत भी की गई। यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने के बाद ब्रिटेन के साथ व्यापार समझौता भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था दुनिया की पहले पांच में शामिल है। वहीं, ब्रिटेन से यूरोप के देशों में भारतीय सामान की पहुंच आसान हो जाएगी। हालांकि, भारत यूरोपीय संघ के साथ भी जल्द ही मुक्त व्यापार समझौता पर वार्ता शुरू करने जा रहा है।

सूत्रों के मुताबिक भारत मुख्य रूप से गारमेंट, लेदर, जेम्स व ज्वैलरी, इंजीनिय¨रग गुड्स जैसे रोजगार परक सेक्टर के लिए ब्रिटेन के बाजार में पूरी तरह से शुल्क मुक्त प्रवेश चाहता है, ताकि इन सेक्टर की वस्तुओं की बिक्री बढ़ सके। शुल्क की वजह से अभी भारतीय गारमेंट, लेदर आइटम ब्रिटेन के बाजार में बांग्लादेश, इंडोनेशिया, वियतनाम से मुकाबला नहीं कर पाते हैं।

सूत्रों के मुताबिक ब्रिटेन के साथ एफटीए करने में भारत काफी सावधानी भी बरत रहा है, क्योंकि ब्रिटेन खुद मैन्यूफैक्चरिंग करने वाला प्रमुख देश है। इसलिए भारत सोच-समझ कर ब्रिटेन के लिए अपने दरवाजे खोलेगा। हालांकि, ब्रिटेन की व्हिस्की व स्कॉच के लिए भारत अपने दरवाजे खोल सकता है, जिसकी मांग वर्षों से की जा रही है।

ब्रिटेन के अलावा भारत इस साल कनाडा और इजराइल से भी एफटीए कर सकता है। ईयू और गल्फ कोपरेशन कंट्रीज (जीसीसी) के साथ जल्द ही व्यापार वार्ता शुरू होने जा रही है। लेकिन, अमेरिका के साथ एफटीए को लेकर अभी बात बनती नजर नहीं आ रही है।

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