ग्लोबल इकोनॉमी पर आर्थिक मंदी के बादल लेकिन निबटने को तैयारी नहीं: पॉल क्रुगमैन

ग्लोबल इकोनॉमी इस वर्ष के अंत से लेकर अगले वर्ष की शुरुआत तक आर्थिक मंदी की चपेट में आ सकती है।

By NiteshEdited By: Publish:Thu, 14 Feb 2019 10:23 AM (IST) Updated:Thu, 14 Feb 2019 10:42 AM (IST)
ग्लोबल इकोनॉमी पर आर्थिक मंदी के बादल लेकिन निबटने को तैयारी नहीं: पॉल क्रुगमैन
ग्लोबल इकोनॉमी पर आर्थिक मंदी के बादल लेकिन निबटने को तैयारी नहीं: पॉल क्रुगमैन

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। ग्लोबल इकोनॉमी इस वर्ष के अंत से लेकर अगले वर्ष की शुरुआत तक आर्थिक मंदी की चपेट में आ सकती है। नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री पॉल क्रुगमैन ने वल्र्ड गवर्नमेंट समिट के दौरान यह चेतावनी दी है। उन्होंने यह भी कहा कि दुनियाभर के आर्थिक नीति नियंताओं में इस संभावित जोखिम के प्रति कोई पूर्व तैयारी नजर नहीं आ रही है।

क्रुगमैन ने शिखर सम्मेलन में स्पष्ट कहा कि कोई एक अकेला बड़ा कारक वैश्विक आर्थिक मंदी का वाहक नहीं हो सकता है। लेकिन ऐसे कई छोटे-बड़े आर्थिक कारक होंगे, जो मिलकर इस वर्ष के आखिर या अगले वर्ष की शुरुआत तक वैश्विक अर्थव्यवस्था को मंदी की ओर धकेल देंगे। क्रुगमैन ने कहा, ‘मेरा मानना है कि इस साल के अंत तक या अगले साल मंदी आने की पूरी आशंका है।’

कोई सुरक्षा तंत्र नहीं: क्रुगमैन ने कहा कि दुनियाभर में केंद्रीय बैंकों के पास बाजार के उतार-चढ़ाव से बचने के लिए साधनों की अक्सर कमी रहती है। जोखिम का सामना के लिए हमारी तैयारी बहुत कम है। उन्होंने कहा कि हम ऐसी जगह पहुंच गए हैं जहां हमारा सारा ध्यान ट्रेड वार और संरक्षणवाद पर अटक गया है। इस वजह से हम जमीनी प्राथमिकताओं और ऐसी तैयारियों से दूर हो रहे हैं। मशहूर जहाज टाइटेनिक के डूबने का हवाला देते हुए क्रुगमैन ने कहा कि बर्फ का वह विशाल पहाड़ अभी तक हमारे सामने आया नहीं है। लेकिन अगर हम उससे टकरा ही गए, तो मैं पूरे दावे के साथ कह सकता हूं कि हम डूब जाएंगे।

वेतन वृद्धि करीब-करीब ठहर चुकी है, असमानता लगातार बढ़ रही है और वैश्विक कारोबारी दिग्गजों में विश्वास में कमी स्पष्ट झलक रही है। लेकिन इन परिस्थितियों से उबरने की जहां भी चर्चा हो रही है, वहां दिग्गजों में एकमतता का अभाव दिख रहा है।

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