नोटबंदी से बेअसर रही अर्थव्यवस्था, तीसरी तिमाही में 7 फीसद रही GDP दर

वित्त वर्ष 2017 की तीसरी में जीडीपी ग्रोथ रेट 7 फीसद रही है। वहीं पूरे वित्त वर्ष के दौरान इसके 7.1 फीसद रहने का अनुमान है

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Tue, 28 Feb 2017 06:14 PM (IST) Updated:Wed, 01 Mar 2017 12:58 PM (IST)
नोटबंदी से बेअसर रही अर्थव्यवस्था, तीसरी तिमाही में 7 फीसद रही GDP दर
नोटबंदी से बेअसर रही अर्थव्यवस्था, तीसरी तिमाही में 7 फीसद रही GDP दर

नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2017 की तीसरी  तिमाही (अक्टूबर से दिसंबर) में जीडीपी ग्रोथ रेट 7 फीसद रही है। जो दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) के 7.3 फीसद से कम है। बीते साल तीसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.2 फीसद के स्तर पर थी। केंद्रीय सांख्यिकी विभाग (सीएसओ) की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक मौजूदा वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ रेट के 7.1 फीसद रहने का अनुमान है। वहीं 2018 में जीडीपी ग्रोथ के 7.3 फीसद की दर से बढ़ने की संभावना है। वहीं 2019 के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट 7.7 फीसद रहने का अनुमान है। आज जारी हुए जीडीपी आंकड़ों के मद्देनजर यह कहा जा सकता है कि नोटबंदी का फिलहाल देश की जीडीपी ग्रोथ पर कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है। 

तीसरी तिमाही किस सेक्टर की रही कितनी ग्रोथ

वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में कृषि क्षेत्र की ग्रोथ रेट 6 फीसद रही है जो बीते साल इसी तिमाही में -2.2 फीसद थी। वहीं मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ रेट इस साल तीसरी तिमाही में 8.3 फीसद रही है जो बीते वर्ष की तीसरी तिमाही में 12.8 फीसद रही थी। माइनिंग सेक्टर की बात करें तो मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में ग्रोथ रेट 7.5 फीसद रही है। जो बीते साल इसी तिमाही में 13.3 फीसद के स्तर पर थी। कंस्ट्रक्शन सेक्टर की ग्रोथ रेट 2.7 फीसद रही है। जो बीते साल 3.2 फीसद के स्तर पर थी।
 

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आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास के मुताबिक मौजूदा आंकड़े जीडीपी ग्रोथ के नीचे जाने की आशंका को नकार रहे हैं। नोटबंदी का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर कोई खास असर नहीं हुआ है और नकदी को वापस सिस्टम में लाने की प्रक्रिया को भी लगभग पूरा कर लिया गया है।

किस सेक्टर की ग्रोथ पूरे वित्त वर्ष में कितनी रहने का अनुमान

सीएसओ की ओर से आज जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक कृषि और इससे जुड़े सेक्टर्स की ग्रोथ वित्त वर्ष 2017 में 4.4 फीसद रहने का अनुमान है, जो बीते वित्त वर्ष की तुलना में 0.8 फीसद ज्यादा है। वित्त वर्ष 2017 के दौरान माइनिंग ग्रोथ 1.3 फीसद रहने का अनुमान है जो कि बीते वित्त वर्ष की समान अवधि में 12.3 फीसद रही थी। वहीं साल 2017 में एमएफजी ग्रोथ 7.7 फीसद रहने का अनुमान है जो कि बीते वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान 10.6 फीसद रही थी।

सरकार का अनुमान है कि कंस्ट्रक्शन ग्रोथ वित्त वर्ष 2017 के दौरान 3.1 फीसद रह सकती है जो कि बीते वर्ष की समान अवधि में 2.8 फीसद रही थी। वहीं अगर सर्विस सेक्टर की बात करें तो वित्त वर्ष 2017 के दौरान सर्विस ग्रोथ 7.9 फीसद रहने का अनुमान है जो कि बीते वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान 9.8 फीसद रही थी। इसके साथ ही इंडस्ट्रियल ग्रोथ के 5.8 फीसद रह सकती है जो कि बीते वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान 8.2 फीसद के स्तर पर रही थी।

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