फ्यूचर एंटरप्राइजेज ने NCD का ब्याज देने में किया डिफॉल्ट, निवेशकों के 1 करोड़ रुपये से ज्यादा अटके

फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने एक और ब्याज पेमेंट डिफॉल्ट की है। कंपनी ने गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (NCD) के 1.06 करोड़ रुपये के ब्याज भुगतान में चूक की है जिसके भुगतान की नियत तारीख 17 मई 2022 थी। एफईएल ने नियामक फाइलिंग में यह जानकारी दी है।

By Lakshya KumarEdited By: Publish:Thu, 19 May 2022 01:39 PM (IST) Updated:Fri, 20 May 2022 07:43 AM (IST)
फ्यूचर एंटरप्राइजेज ने NCD का ब्याज देने में किया डिफॉल्ट, निवेशकों के 1 करोड़ रुपये से ज्यादा अटके
फ्यूचर एंटरप्राइजेज ने NCD का ब्याज देने में किया डिफॉल्ट, निवेशकों के 1 करोड़ रुपये से ज्यादा अटके

नई दिल्ली, पीटीआइ/बिजनेस डेस्क। कर्ज में डूबी फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एफईएल) की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कंपनी अपने ऋणदाताओं और निवेशकों को भुगतान नहीं कर पा रही है। बुधवार को फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने कहा कि उसने अपने गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (NCD) के 1.06 करोड़ रुपये के ब्याज भुगतान में चूक की है। एफईएल ने एक नियामक फाइलिंग में बताया कि भुगतान की नियत तारीख 17 मई, 2022 थी। उसने कहा, "कंपनी गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर पर ब्याज के संबंध में अपने दायित्वों को पूरा करने में असमर्थ है...।" ऐसे में जिन निवेशकों ने कंपनी के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर में निवेश किया था, उनके ब्याज का पैसा अटका हुआ है।

किशोर बियानी के नेतृत्व वाली फ्यूचर समूह की फर्म ने पिछले तीन महीनों में कई भुगतानों में चूक की है। यह नया डिफॉल्ट 23 करोड़ रुपये की राशि के लिए जारी प्रतिभूतियों के ब्याज पर है। एफईएल ने 11 नवंबर, 2021 से 16 मई, 2022 के बीच की अवधि के लिए ब्याज भुगतान में चूक की है। यह डिबेंचर सुरक्षित हैं और प्रति वर्ष 9.28 प्रतिशत की कूपन दर है। इससे पहले पिछले महीने एफईएल ने शेयर बाजारों को बैंकों के कंसोर्टियम में 2,835.65 करोड़ रुपये के डिफॉल्ट की जानकारी दी थी। इसकी ड्यू डेट 31 मार्च 2022 थी।

बता दें कि FEL रिटेल, होलसेल, लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग सेगमेंट में काम करने वाली 19 ग्रुप कंपनियों का हिस्सा थी, जिन्हें अगस्त 2020 में घोषित 24,713 करोड़ के सौदे के तहत रिलायंस रिटेल को ट्रांसफर किया जाना था। लेकिन, इस सौदे को अरबपति मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने पिछले महीने रद्द कर दिया था।

ऐसी स्थिति के बीच कर्ज में डूबे फ्यूचर समूह ने 5 मई को कहा था कि उसने फ्यूचर जेनरली इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (एफजीआईआईसीएल) में अपनी 25 प्रतिशत हिस्सेदारी 1,266.07 करोड़ रुपये में अपने संयुक्त उद्यम साझेदार जेनरली को बेची है। कंपनी ने कहा था,‘‘सरकारी और नियामक प्राधिकरणों से मंजूरी मिलने के बाद उक्त लेनदेन पांच मई 2022 को पूरा हो गया।

chat bot
आपका साथी