वित्तमंत्री अरूण जेटली ने कहा, निर्यात को बढ़ावा देने के लिए तंत्र बनाने की जरूरत

ग्लोबल बाजार में सुस्ती के चलते घटते निर्यात से सरकार चिंतित है। इसे थामने की कोशिशों के बीच वित्त मंत्री ने कहा है कि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक तंत्र बनाने की जरूरत है।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2015 10:19 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2015 10:35 PM (IST)
वित्तमंत्री अरूण जेटली ने कहा, निर्यात को बढ़ावा देने के लिए तंत्र बनाने की जरूरत

नई दिल्ली। ग्लोबल बाजार में सुस्ती के चलते घटते निर्यात से सरकार चिंतित है। इसे थामने की कोशिशों के बीच वित्त मंत्री ने कहा है कि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक तंत्र बनाने की जरूरत है।

अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में सुस्त मांग की चुनौती से निपटने के लिए जेटली ने निर्यातकों से प्रतिस्पर्धी कीमतों पर गुणवत्ता वाले उत्पाद बनाने को कहा। जेटली 14 दिनों से चल रहे अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले के समापन के मौके पर पहुंचे थे।

जेटली बोले कि दुनियाभर का अनुभव बताता है कि लोग अच्छी गुणवत्ता वाले उत्पाद खरीदना चाहते हैं। लोगों को सस्ती दर पर उत्पाद चाहिए। लिहाजा, दूसरों से आगे बढ़कर सोचना होगा। ऐसे उत्पाद बनाने होंगे जो कम कीमत और गुणवत्ता वाले हों। यह बदतर ग्लोबल स्थितियों में भी आपको बने रहने का मौका देगा। साथ ही बड़ा बाजार भी उपलब्ध कराएगा।

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वित्त मंत्री ने कहा कि ऐसे समय जब विश्व व्यापार सिकुड़ रहा है, तब निर्यात को बढ़ाने की बड़ी चुनौती है। ग्लोबल खरीदारों की क्रय क्षमता घट रही है। ऐसे में ग्राहक ढूंढने की चुनौती आपूर्तिकर्ताओं के सामने रहेगी ही। जेटली ने कहा कि ग्लोबल मार्केट में तेल, गैस, मेटल, खाद्य उत्पादों और अन्य जिंसों की कीमतों में गिरावट ने निर्यात से बेहतर रिटर्न को बुरी तरह प्रभावित किया है।ये भी पढ़ें- सैन्य बलों को संतुष्ट नहीं कर सका वेतन आयोग

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