फिक्की का सालाना आम सभा में बैंकिंग सुधार, विनिवेश एवं बुनियादी योजनाओं पर बोले वित्त मंत्री

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को मजबूत करना अगले साल के लिए सबसे महत्वपूर्ण एजेंडा है

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Fri, 15 Dec 2017 01:05 PM (IST) Updated:Fri, 15 Dec 2017 01:07 PM (IST)
फिक्की का सालाना आम सभा में बैंकिंग सुधार, विनिवेश एवं बुनियादी योजनाओं पर बोले वित्त मंत्री
फिक्की का सालाना आम सभा में बैंकिंग सुधार, विनिवेश एवं बुनियादी योजनाओं पर बोले वित्त मंत्री

नई दिल्ली (पीटीआई)। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने फिक्की की सालाना आम सभा में कहा कि सरकारी क्षेत्र के बैंकों को मजबूती देना अगले साल के सरकार के प्रमुख लक्ष्यों में शुमार है। साथ ही उन्होंने यहां पर सरकार के विनिवेश लक्ष्यों और बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं का भी उल्लेख किया।

सरकारी बैंकों को मजबूती देना अगले साल का प्रमुख एजेंडा: गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) लागू करने के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को मजबूत करना अगले साल के लिए सबसे महत्वपूर्ण एजेंडा है। उन्होंने कहा, “अगले साल हमें कुछ महत्वपूर्ण काम करने हैं। बैंकों को स्थिर करना और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) को मजबूत बनाने के अधूरे कार्य को पूरा करना। मेरे हिसाब से निसंदेह यह एक महत्वपूर्ण एजेंडा है।”

विनिवेश लक्ष्य को पूरा कर लेगी सरकार: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि सरकार मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए निर्णायक लक्ष्य से आगे तक पूरा कर लेगी। फिक्की की एजीएम में बोलते हुए वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि एयर इंडिया विनिवेश योजना तेजी से आगे बढ़ रही है और ट्रैक पर है। आपको बता दें कि सरकार ने चालू वित्त वर्ष में विनिवेश के माध्यम से 72,500 करोड़ रुपये जुटाए जाने का एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है।

बुनियादी ढांचे के निर्माण पर गति जारी रखने की आवश्यकता: केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि देश की अर्थव्यवस्था की रफ्तार को बढ़ाने के लिए जरूरी है कि आधारभूत ढांचे के निर्माण की प्रक्रिया को जारी रखा जाए। साथ ही वित्त मंत्री ने रेलवे में निवेश और बढ़ाने पर बल दिया है। फिक्की की सालाना आम सभा को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अभी बुनियादी ढांचागत क्षेत्र में दुनिया में सर्वाधिक निवेश भारत में हो रहा है। इस स्तर को अभी बरकरार रखने की आवश्यकता है। इसके तहत रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर पर निवेश बेहद महत्वपूर्ण है। इसमें भी स्टेशनों और सुपर फास्ट व बुलेट ट्रेन पर निवेश को प्राथमिकता देनी होगी।

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