निर्यात क्षेत्र को मिलने लगा ऑक्सीजन, अमेरिका और यूरोप से मिल रहे हैं नए ऑर्डर

अमेरिका व यूरोप से निर्यात के नए ऑर्डर मिलने लगे हैं। पुराने पेंडिंग ऑर्डर की डिलिवरी में 50 फीसद तक की तेजी आ गई है। (PC-pixabay.com)

By Manish MishraEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 08:33 AM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 08:33 AM (IST)
निर्यात क्षेत्र को मिलने लगा ऑक्सीजन, अमेरिका और यूरोप से मिल रहे हैं नए ऑर्डर
निर्यात क्षेत्र को मिलने लगा ऑक्सीजन, अमेरिका और यूरोप से मिल रहे हैं नए ऑर्डर

नई दिल्ली, राजीव कुमार। कोरोना संक्रमण के निराशाजनक काल से भारत का निर्यात क्षेत्र तेजी से बाहर आने लगा है। अमेरिका व यूरोप से निर्यात के नए ऑर्डर मिलने लगे हैं। पुराने पेंडिंग ऑर्डर की डिलिवरी में 50 फीसद तक की तेजी आ गई है। इन सबकी मदद से देश का निर्यात क्षेत्र वेंटिलेटर से बाहर आ गया है। जून के बाद हालात और सामान्य होने की उम्मीद की जा रही है। मई माह में अप्रैल के मुकाबले निर्यात गिरावट में 15-20 फीसद कमी के आसार हैं।

इस साल अप्रैल माह में वस्तुओं के निर्यात में ऐतिहासिक 60 फीसद की गिरावट दर्ज की गई थी। कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले मार्च और अप्रैल में दुनिया की आधी से अधिक अर्थव्यवस्था लॉकडाउन में फंसी थी। गारमेंट निर्यातकों के मुताबिक यूरोप व अमेरिका में बाजार खुलने लगे हैं। ऑनलाइन बिक्री शुरू हो गई है। इसलिए यूरोप व अमेरिका से ऑर्डर आने लगे हैं। लेकिन पिछले साल मई के मुकाबले ये ऑर्डर अधिकतम 25 फीसद है। 

नोएडा स्थित गारमेंट निर्यातक ललित ठुकराल कहते हैं, सिर्फ नोएडा व ग्रेटर नोएडा से पिछले महीने 2000 करोड़ मूल्य के गारमेंट की शिपमेंट हुई। यूरोप के खरीदार जल्दबाजी में है और 20 दिनों में ऑर्डर देने के लिए कह रहे हैं। इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (इइपीसी) के सीइओ सुरंजन गुप्ता के मुताबिक इंजीनियरिंग गुड्स के पुराने ऑर्डर की शिपमेंट में 50 फीसद की तेजी आई है। नए ऑर्डर भी मिल रहे हैं। निर्यात के अन्य क्षेत्रों में भी नए ऑर्डर के लिए पूछताछ में तेजी आ गई है। 

फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशंस (फियो) के चेयरमैन शरद कुमार सराफ कहते हैं, हम उम्मीद करते हैं कि मई माह का निर्यात अप्रैल के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करेगा। गिरावट का स्तर 60 फीसद से घटकर 40 फीसद तक आ सकता है। 

अगले तीन महीने में 1 अरब डॉलर का हो सकता मास्क निर्यात : गारमेंट निर्यातकों के मुताबिक इन दिनों मास्क की खरीदारी के लिए विदेश से काफी पूछताछ हो रही है और नए ऑर्डर भी मिल रहे हैं। यूरोप के स्पेन से लेकर अमेरिका व अफ्रीका के देशों से मास्क की मांग आ रही है। ठुकराल ने बताया कि अगले तीन महीने में कम से कम 1 अरब डॉलर के मास्क निर्यात की संभावना है। 

लेकिन श्रमिकों की कमी से काम हो रहा है प्रभावित : निर्यातकों ने बताया कि श्रमिकों की कमी से उनका काम निश्चित रूप से प्रभावित हो रहा है। उनका कहना है कि एक तो बड़ी मुश्किल से 25 फीसद तक नए ऑर्डर मिले हैं, लेकिन उस ऑर्डर की समय पर डिलीवरी के लिए काफी संघर्ष करना पड़ रहा है। इस साल फरवरी के मुकाबले सिर्फ 25-30 फीसद श्रमिक काम करने के लिए रह गए हैं। गारमेंट, लेदर, हैंडीक्राफ्ट्स, इंजीनियरिंग गुड्स, जेम्स व ज्वैलरी जैसे श्रम प्रधान क्षेत्रों में श्रमिकों की कमी का असर साफ दिख रहा है।

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