ED ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आंध्रा बैंक के पूर्व अधिकारी को किया गिरफ्तार

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आंध्रा बैंक के पूर्व निदेशक अनूप प्रकाश गर्ग को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया है।

By Surbhi JainEdited By: Publish:Sat, 13 Jan 2018 07:42 PM (IST) Updated:Sat, 13 Jan 2018 07:54 PM (IST)
ED ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आंध्रा बैंक के पूर्व अधिकारी को किया गिरफ्तार
ED ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आंध्रा बैंक के पूर्व अधिकारी को किया गिरफ्तार

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। करीब पांच हजार करोड़ रुपए की बैंक धोखाधड़ी से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आंध्रा बैंक के एक पूर्व निदेशक अनूप प्रकाश गर्ग को गिरफ्तार कर लिया है। मामला गुजरात की एक दवा कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक से जुड़ा है। एक अधिकारी ने बताया कि गर्ग को शुक्रवार को दिनभर की पूछताछ के बाद मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है।

प्रवर्तन निदेशालय तथा सीबीआई-दोनों ही जांच एजेंसियों द्वारा दर्ज आपराधिक केस में गर्ग का नाम बतौर आरोपी शामिल है। ईडी ने सीबीआई की एफआईआर को संज्ञान में लेकर अपनी कार्रवाई शुरू की है। उसका आरोप है कि जांच के क्रम में आयकर विभाग द्वारा दिसंबर 2011 में जब्त एक डायरी में "कुछ खास विवरण" हैं, जिसमें गर्ग को 2008-09 के बीच संदेसरा बंधुओं (दवा कंपनी के निदेशकों) द्वारा 1.52 करोड़ रुपए भुगतान दर्शाया गया है।

फार्मा कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक से संबंधित पांच हजार करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड के सिलसिले में यह दूसरी गिरफ्तारी है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि एजेंसी ने बीते वर्ष नवंबर में इसी मामले में दिल्ली के भी एक कारोबारी गगन धवन को गिरफ्तार किया था। अनूप प्रकाश गर्ग को मनी लॉन्ड्रिंग प्रिवेंशन कानून 'पीएमएलए' के तहत गिरफ्तार गया है।

सीबीआई ने स्टर्लिंग बायोटेक और उसके निदेशकों जिनमें चेतन जयंतीलाल संदेसरा, राजभूषण ओमप्रकाश दीक्षित, दीप्ति चेतन संदेसरा, नितिन जयंती संदेसरा और विलास जोशी, सीए हेमंत हाथी और कुछ अन्य अज्ञात लोग शामिल हैं, के खिलाफ कथित बैंक धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। आरोप है कि कंपनी ने आंध्रा बैंक की अगुवाई वाले गठजोड़ से 5,000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था, जो एनपीए बन गया था। एफआइआर में यह भी आरोप लगाया गया है कि समूह की कंपनियों पर 31 दिसंबर 2016 तक कुल बकाया 5,383 करोड़ रुपये हो गया था।

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