विमानों का संकट: बढ़ते हवाई किराए पर चर्चा के लिए DGCA ने विमानन कंपनियों की बुलाई बैठक

वित्तीय संकटों से जूझ रहे जेट एयरवेज ने सोमवार को कहा कि चार और विमानों को खड़ा कर दिया गया है जो कि किराया न चुका पाने के कारण नॉन-ऑपरेशनल हैं

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Mon, 18 Mar 2019 04:04 PM (IST) Updated:Mon, 18 Mar 2019 07:03 PM (IST)
विमानों का संकट: बढ़ते हवाई किराए पर चर्चा के लिए DGCA ने विमानन कंपनियों की बुलाई बैठक
विमानों का संकट: बढ़ते हवाई किराए पर चर्चा के लिए DGCA ने विमानन कंपनियों की बुलाई बैठक

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। विमानन नियामक डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने मंगलवार दोपहर को एक बैठक बुलाई है, जिसमें एयरलाइन्स के साथ जेट एयरवेज के विमान खड़े होने और लगातार फ्लाईट कैंसल होने की वजह से बढ़ने वाले हवाई किराए को लेकर बातचीत की जाएगी। एक सरकारी अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी है।

अधिकारी के अनुसार, डीजीसीए (DGCA) ने 13 मार्च को इथियोपियाई एयरलाइंस के विमान की दुर्घटना में 157 लोगों के मारे जाने के बाद स्पाइसजेट के 12 सभी 737 मैक्स विमानों पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसके बाद भारत में बढ़ते हवाई किराए की समस्या पैदा हो गई है। सरकारी अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि डीजीसीए ने जेट एयरवेज द्वारा पिछले कुछ हफ्तों में रद्द की गई हवाई उड़ानों की वजह से बढ़ने विमान किराए पर चर्चा के लिए मंगलवार दोपहर को एक बैठक बुलाई है।

वित्तीय संकटों से जूझ रहे जेट एयरवेज ने सोमवार को कहा कि चार और विमानों को खड़ा कर दिया गया है, जो कि किराया न चुका पाने के कारण नॉन-ऑपरेशनल हैं। एतिहाद एयरपोर्ट सर्विस ने रविवार को नोटिफिकेशन जारी कर अपने यात्रियों से कहा कि जेट एयरवेज ने कुछ कारणों से 18 मार्च से तत्काल प्रभाव से अबू धाबी से अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दी हैं। इसकी वेबसाइट के अनुसार, एयरलाइन के पास 119 विमानों का बेड़ा है।

पिछले कुछ हफ्तों से यात्री सोशल मीडिया पर अपनी बातें बता रहे हैं, क्योंकि लगातार खड़े हो रहे विमानों की संख्या बढ़ने के कारण जेट एयरवेज की उड़ाने रद्द हो रही हैं। वित्तीय संकट से जूझते हुए, कंपनी नए तरह से फंड जुटाने की कोशिश कर रही है।

सोमवार को स्टॉक एक्सचेंज में फाइलिंग के दौरान एयरलाइन ने कहा, 'अतिरिक्त चार विमानों को किराए न देने संबंधित दिक्कतों के कारण खड़ा कर दिया गया है।' कंपनी ने पहले कहा था कि वह अपने सभी विमान को चलाने और उनके सुधार के लिए प्रयास कर रही है।

8 मार्च को जेट एयरवेज के चेयरमैन नरेश गोयल ने एतिहाद एयरवेज ग्रुप के सीईओ टोनी डगलस से 750 करोड़ रुपये की तत्काल धनराशि की मांग करते हुए यह चेतावनी दी कि फंड में किसी भी तरह की देरी से और अधिक विमान खड़े हो सकते हैं। उन्होंने कहा था कि कर्मचारियों की सैलरी और अन्य बकाए में बढोतरी की वजह से 50 से अधिक विमान खड़े हो गए हैं। जेट एयरवेज पर 8,200 करोड़ रुपये का कर्ज है और मार्च के अंत तक 1,700 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाने की जरूरत है।

10 मार्च को, इथियोपियाई एयरलाइंस द्वारा संचालित 737 मैक्स विमान आदिस अबाबा के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें चार भारतीयों सहित 157 लोग मारे गए। पांच महीने से कम समय में घटित ये दूसरी ऐसी दुर्घटना थी, जिसमें बोइंग 737 मैक्स विमान शामिल था। पिछले साल अक्टूबर में लायन एयर द्वारा संचालित एक बोइंग 737 विमान इंडोनेशिया में दुर्घटना ग्रस्त हुआ, जिसमें 180 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। इसलिए डीजीसीए ने 13 मार्च को स्पाइसजेट के 12 सभी 737 मैक्स विमानों पर प्रतिबंध लगा दिया।

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