साइरस मिस्त्री ने टाटा ग्रुप की गतिविधियों पर नियंत्रण हासिल करने के आरोप को नकारा

साइरस मिस्त्री ने रतन टाटा का नाम लिए बगैर कि कहा आवेग से वशीभूत कुछ लोगों ने समूह को नियम-कानूनों के गंभीर उल्लंघन की ओर धकेल दिया है

By Surbhi JainEdited By: Publish:Wed, 07 Dec 2016 10:41 AM (IST) Updated:Wed, 07 Dec 2016 10:45 AM (IST)
साइरस मिस्त्री ने टाटा ग्रुप की गतिविधियों पर नियंत्रण हासिल करने के आरोप को नकारा

नई दिल्ली (जागरण ब्यूरो): टाटा संस के चेयरमैन पद से हटाए जा चुके साइरस मिस्त्री के रतन टाटा के खिलाफ हमलावर तेवर बने हुए हैं। उन्होंने रतन टाटा का नाम लिए बगैर कहा है कि आवेग से वशीभूत कुछ लोगों ने समूह को नियम-कानूनों के गंभीर उल्लंघन की ओर धकेल दिया है। वह प्रमोटर कंपनी टाटा संस के अंतरिम चेयरमैन के मनमाने फैसलों से समूह को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। मिस्त्री ने इस तरह के आरोपों को भी खारिज किया कि वह सभी टाटा ग्रुप की गतिविधियों पर नियंत्रण हासिल करने की कोशिश कर रहे थे। सोमवार को मिस्त्री ने टाटा ट्रस्टों में मनमानी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सरकार से हस्तक्षेप की मांग की थी। मीडिया में मिस्त्री का बयान आने के कुछ ही समय बाद टाटा संस ने पलटवार किया। उसने कहा कि कंपनी में व्यवस्था की मशीनरी टूटने की बात सरासर गलत है। अलबत्ता साइरस कॉरपोरेट गवर्नेस के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।

टाटा संस व रतन टाटा के खिलाफ खुलकर सामने आ चुके मिस्त्री ने मंगलवार को यह भी कहा कि समूह ने टाटा स्टील यूरोप के परिचालन में जो भारी पूंजी लगाई है, उस पर घाटा होना पूरे ग्रुप के लिए जोखिम भरा है। मिस्त्री को टाटा स्टील के डायरेक्टर पद से हटाने की टाटा संस की कोशिशों के बीच यह बयान आया है। मिस्त्री ने ऐसे आरोपों को खारिज किया कि उनकेनेतृत्व में टाटा स्टील के बोर्ड ने ब्रिटेन के निवेश को लघु अवधि के नफे-नुकसान के चश्मे से देखा। उनके मुताबिक यह सच से कोसों दूर है। टाटा स्टील की असाधारण आम बैठक (ईजीएम) से पहले मिस्त्री ने बोर्ड को पत्र लिखा। कंपनी के 10 सदस्यीय बोर्ड ने 25 नवंबर को मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटा दिया था। उन्हें बोर्ड में डायरेक्टर के पद से हटाने के लिए 21 दिसंबर को ईजीएम बुलाई गई है। टाटा संस के निर्देश पर ग्रुप की और कई कंपनियों ने भी ऐसा किया है। मिस्त्री ने कहा कि टाटा संस के चेयरमैन पद से उन्हें हटाया जाना गैरकानूनी था। टाटा संस के बोर्ड से 24 अक्टूबर को चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद से मिस्त्री और कंपनी के बीच जंग जारी है।

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