Single Use Plastic Ban: FMCG क्षेत्र की बड़ी कंपनियों ने शुरू किया Paper Straw का इस्तेमाल, भविष्य में पीएलए-आधारित स्ट्रा का होगा उपयोग

पारले एग्रो डाबर अमूल और मदर डेयरी सहित प्रमुख कंपनियों ने वैकल्पिक टिकाऊ समाधानों के साथ टेट्रा पैक्स में एकीकृत प्लास्टिक स्ट्रा को बदल दिया है। पारले एग्रो ने नए दिशानिर्देशों के अनुसार अपने टेट्रा जूस पैक्स में बायोडिग्रेडेबल स्ट्रा का इस्तेमाल शुरू किया है।

By Amit SinghEdited By: Publish:Sat, 02 Jul 2022 03:05 AM (IST) Updated:Sat, 02 Jul 2022 06:48 AM (IST)
Single Use Plastic Ban: FMCG क्षेत्र की बड़ी कंपनियों ने शुरू किया Paper Straw का इस्तेमाल, भविष्य में पीएलए-आधारित स्ट्रा का होगा उपयोग
एफएमसीजी कंपनियों ने शुरू किया पेपर स्ट्रा का इस्तेमाल (सोर्स- रायटर)

नई दिल्ली, एजेंसियां: देश में शुक्रवार को प्लास्टिक स्ट्रा पर प्रतिबंध लागू होने के साथ ही फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) और कृषि-खाद्य क्षेत्र की बड़ी कंपनियों ने फलों के जूस के साथ-साथ डेयरी उत्पादों के छोटे टेट्रा पैक्स से प्लास्टिक के स्ट्रा को हटा दिया है। कंपनियों ने पेपर स्ट्रा और अन्य विकल्पों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है।

पारले एग्रो, डाबर, अमूल और मदर डेयरी सहित प्रमुख कंपनियों ने वैकल्पिक टिकाऊ समाधानों के साथ टेट्रा पैक्स में एकीकृत प्लास्टिक स्ट्रा को बदल दिया है। पारले एग्रो ने नए दिशानिर्देशों के अनुसार अपने टेट्रा जूस पैक्स में बायोडिग्रेडेबल स्ट्रा का इस्तेमाल शुरू किया है। पारले एग्रो की सीईओ शौना चौहान ने बताया, नए दिशा निर्देशों के अनुसार बायोडिग्रेडेबल स्ट्रा को एकीकृत करना शुरू कर दिया है। अभी के लिए पेपर-आधारित स्ट्रा का आयात किया है। आने वाले समय में पीएलए-आधारित स्ट्रा का उपयोग करेंगे। पीएलए कार्न स्टार्च या गन्ने से बने होते हैं। मदर डेयरी एक जुलाई से अपने जूस और डेयरी पैक बनाने के लिए पेपर स्ट्रा का इस्तेमाल कर रही है।

टीआइआइ ने प्रतिबंध का स्वागत किया

टोबैको इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (टीआइआइ) ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने के फैसले के लिए सरकार की सराहना की है। टीआइआइ ने शुक्रवार को कहा कि सिगरेट निर्माताओं ने सिगरेट पैक के लिए नियमित प्लास्टिक रैपिंग को पर्यावरण के अनुकूल बायोडिग्रेडेबल रैपिंग में बदल दिया है। टीआइआइ भारत में तंबाकू उद्योग से संबंधित किसानों, निर्यातकों और सहायक कंपनियों के साथ सिगरेट निर्माताओं का प्रतिनिधित्व करता है।

उत्पादकों की जिम्मेदारी बढ़ाई जाए

नीति आयोग ने प्लास्टिक के उपयोग में कमी के लिए उत्पादकों की जिम्मेदारी बढ़ाने के सुझाव दिया है। नीति आयोग ने कहा कि कचरे में कमी लाने, सही तरह से छंटाई करने और दोबारा इस्तेमाल योग्य तथा प्राकृतिक रूप से नष्ट होने वाले (बायोडिग्रेडेबल) प्लास्टिक को जमा करने की जिम्मेदारी उत्पादकों को दी जाए। इसके अलावा आयोग ने प्लास्टिक के विकल्प को बढ़ावा देने की बात भी कही है। आयोग ने प्लास्टिक और उसके अनुप्रयोगों के लिए वैकल्पिक उत्पाद और प्रौद्योगिकी रिपोर्ट में कहा है कि बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक को अपनाने के लिए अवधि में कुछ छूट दी जानी चाहिए। सरकार सिंगल यूज प्लास्टिक वाली कुछ वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाया है जो शुक्रवार से लागू हो गया है।

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