महज तीन महीने के भीतर इन शहरों में महंगे हो गए घर, जानिए दिल्ली-एनसीआर में कितनी बढ़ी कीमत

मांग में सुधार और आपूर्ति में निरंतरता के कारण महानगरों में आवास की मांग में भी इजाफा हुआ है। इसके चलते दिल्ली-एनसीआर सहित प्रमुख आठ शहरों में घर के दाम बढ़ रहे हैं। आवास की ये कीमतें कारपेट एरिया पर आधारित हैं।

By Siddharth PriyadarshiEdited By: Publish:Tue, 16 Aug 2022 02:20 PM (IST) Updated:Tue, 16 Aug 2022 02:20 PM (IST)
महज तीन महीने के भीतर इन शहरों में महंगे हो गए घर, जानिए दिल्ली-एनसीआर में कितनी बढ़ी कीमत
Average housing prices rise 5 pc in April-June quarter across 8 cities, Delhi-NCR leads

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आवास की मांग में सुधार और निर्माण लागत में वृद्धि के कारण अप्रैल-जून तिमाही के दौरान देश के आठ प्रमुख शहरों में आवासीय संपत्ति की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली-एनसीआर में आवास की कीमतों में सबसे अधिक 10 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।

रियलिटी सेक्टर की शीर्ष संस्था क्रेडाई, रियल एस्टेट कंसल्टेंट कोलियर्स इंडिया और डेटा एनालिटिक फर्म लियासेस फोरास द्वारा आठ प्रमुख शहरों दिल्ली-एनसीआर, मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (एमएमआर), चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे और अहमदाबाद में घरों की कीमतों पर जारी की गई 'हाउसिंग प्राइस-ट्रैकर रिपोर्ट 2022' में यह बात सामने आई है। रिपोर्ट में कहा गया है, "Q2 (अप्रैल-जून) 2022 के दौरान भारत में आवास की कीमतों ने कोरोना के पहले के स्तर को पार कर लिया है। इन अवधि में मांग और आपूर्ति दोनों में मजबूती आई है।

किस शहर में कितनी है कीमत

आंकड़ों के अनुसार, इस कैलेंडर वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान अहमदाबाद में आवास की कीमतें साल-दर-साल (इयर-टू-इयर) 9 प्रतिशत बढ़कर 5,927 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं हैं। बेंगलुरु में घर की कीमत में 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और यह 7,848 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया, जबकि चेन्नई में प्रॉपर्टी का रेट एक प्रतिशत की वृद्धि के साथ 7,129 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया है।

हैदराबाद की बात करें तो वहां घरों का बेस प्राइज अप्रैल-जून में 9,218 रुपये प्रति वर्ग फुट था, जो एक साल पहले की अवधि से 8 प्रतिशत अधिक है। कोलकाता में आवासीय संपत्तियों की कीमतें भी 8 प्रतिशत बढ़कर 6,362 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं। सबसे महंगे रियल एस्टेट बाजार एमएमआर (मुंबई ) में आवास की कीमत 19,677 रुपये प्रति वर्ग फुट रही। इसमें केवल 1 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। पुणे में जून तिमाही के दौरान आवास की कीमतों में 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 7,681 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया। आवास की ये कीमतें कारपेट एरिया पर आधारित हैं।

मध्य चेन्नई में आवास की कीमतों में लगभग 13 प्रतिशत की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई, जबकि पश्चिम पूनमल्ली में सबसे अधिक 13 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। कोलकाता दक्षिण-पश्चिम और हावड़ा में कीमतों में सबसे अधिक 13 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। मुंबई के उपनगरों में कीमतों 12 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।

दिल्ली-एनसीआर सबसे अव्वल

दिल्ली-एनसीआर में आवास की कीमतों में सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई है। यहां कीमत 10 प्रतिशत बढ़कर 7,434 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली-एनसीआर में प्रॉपर्टी के सबसे अधिक दाम गुरुग्राम में बढ़े। वहां 21 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, इसके बाद नोएडा एक्सप्रेस-वे का स्थान रहा।

क्रेडाई के हर्षवर्धन पटोदिया ने आवास की कीमतों में वृद्धि के लिए कुछ मजबूत बुनियादी बातों के अलावा प्रमुख निर्माण सामग्री के साथ-साथ श्रम मजदूरी की दरों में वृद्धि को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि होम लोन पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी के कारण मांग पर मामूली असर पड़ सकता है, लेकिन सितंबर में भी बिक्री में वृद्धि जारी रहेगी। वहीं कोलियर्स इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमेश नायर ने कहा कि आगामी त्योहारी सीजन में बाजार में मांग बनी रहने की उम्मीद है। इसके परिणामस्वरूप ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बावजूद बिक्री अधिक होगी।

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