अप्रैल से नवंबर की अवधि में राजकोषीय घाटा 4.58 लाख करोड़ रहा

अप्रैल से नवंबर की अवधि के दौरान राजकोषीय घाटा 4.58 लाख करोड़ रहा है। इस अवधि के दौरान राजकोषीय घाटा वित्त वर्ष 2017 के 5.33 लाख करोड़ के लक्ष्य का 85.8 फीसदी रहा है

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Fri, 30 Dec 2016 04:12 PM (IST) Updated:Fri, 30 Dec 2016 04:25 PM (IST)
अप्रैल से नवंबर की अवधि में राजकोषीय घाटा 4.58 लाख करोड़ रहा

नई दिल्ली। अप्रैल से नवंबर की अवधि के दौरान राजकोषीय घाटा 4.58 लाख करोड़ रहा है। इस अवधि के दौरान राजकोषीय घाटा वित्त वर्ष 2017 के 5.33 लाख करोड़ के लक्ष्य का 85.8 फीसदी रहा है। वहीं इस अवधि के दौरान शुद्ध कर प्राप्तियां 6.21 लाख करोड़ की रहीं जो कि जो कि वित्त वर्ष 2017 के अनुमान का 58.9 फीसदी है। वहीं इस अवधि के दौरान कुल व्यय 12.87 लाख करोड़ का रहा जो कि जो कि वित्त वर्ष 2017 के अनुमान का 65 फीसदी है।

अगर नॉन प्लान एक्सपेंडीचर की बात की जाए तो अप्रैल से नवंबर की अवधि के दौरान यह 9.22 लाख करोड़ का रहा जो कि वित्त वर्ष 2017 के अनुमान का 64.6 फीसदी रहा है। वहीं इस अवधि के दौरान प्लान एक्सपेंडीचर 3.64 लाख करोड़ का रहा जो कि वित्त वर्ष 2017 के अनुमान का 66.2 फीसदी का रहा है।
वहीं इस अवधि के दौरान रेवेन्यू रिसेप्ट (राजस्व प्राप्तियां) 7.96 लाख करोड़ की रही हैं जो कि वित्त वर्ष 2017 के अनुमान का 57.8 फीसदी रहा। इस अवधि का नॉन टैक्स रेवेन्यू (गैर-कर राजस्व) 1.75 लाख करोड़ का रहा जो कि वित्त वर्ष 2017 के अनुमान का 54.2 फीसदी रहा। अगर रेवन्यू डेफिसिट (राजस्व घाटा) की बात की जाए तो यह 3.48 लाख करोड़ का रहा जो कि वित्त वर्ष 2017 के अनुमान का 98.4 फीसदी रहा है।

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