झिकरी नदी के पुल पर महिलाओं का पहरा

बगहा। बगहा दो प्रखंड के भड़छी पंचायत में जरार गांव की महिलाओं ने बुधवार की सुबह दोन नहर के झिकरी नदी

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Jun 2018 10:51 PM (IST) Updated:Wed, 06 Jun 2018 10:51 PM (IST)
झिकरी नदी के पुल पर महिलाओं का पहरा
झिकरी नदी के पुल पर महिलाओं का पहरा

बगहा। बगहा दो प्रखंड के भड़छी पंचायत में जरार गांव की महिलाओं ने बुधवार की सुबह दोन नहर के झिकरी नदी पर बने पुल पर भारी वाहनों के परिचालन पर महिलाओं ने पहरा लगा दिया है। जर्जर पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही से संभावित खतरे के मद्देनजर जब महिलाएं आगे आईं तो गांव के पुरुषों ने भी उनका साथ दिया। पहले वाहन चालकों को चेतावनी दी जाएगी , बाद में उन्हें इस रास्ते से आने - जाने से पूरी तरह से रोक दिया जाएगा। प्रशासन के खिलाफ महिलाओं ने प्रदर्शन कर आक्रोश व्यक्त किया। वाल्मीकिनगर से रामनगर मुख्य पथ पर नेपाल के हिस्से से दूसरे हिस्से को जोड़ने वाले इस रास्ते में यह पुल काफी जर्जर है।

एक दशक पूर्व दोन नहर के पहाड़ी झिकरी नदी पर ¨सचाई विभाग द्वारा इस पुल का निर्माण कराया गया था,लेकिन भारी वाहनों के आवागमन से इस पुल की स्थिति एकदम जर्जर हो गई है। भारी वाहनों के गुजरने पर पुल में कंपन होती है, लेकिन कोई विकल्प नहीं होने के कारण इसी रास्ते से लोग आवाजाही करते हैं। पुराना पुल होने के कारण दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। लोगों को यह भय है कि भारी वाहनों की आवाजाही से अगर यह पुल गिर गया तो गांव के लोगों को आवाजाही में काफी दिक्कत होगी।

जरार गांव निवासी तेतरी देवी, सोनिया देवी, फुलकुमारी देवी, उमा देवी, यशवंती देवी, रामदनी देवी, सुजीता देवी, गौरी देवी व वार्ड सदस्य करमुल्लाह मियां, अनिल महतो, देवलाल महतो, स्वामीनाथ महतो आदि ने बताया बालू लदे भारी ट्रकों के आवागमन पर पाबंदी लगा दी गई है। इस रास्ते से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक बालू लोड कर आते जाते हैं।

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जनप्रतिनिधियों से भी नाराज ग्रामीणों ने बताया कि इसी सड़क पुल को पार कर विधायक व सांसद आते जाते हैं, लेकिन किसी का ध्यान इधर नहीं है। कई बार जनप्रतिनिधियों को इस जर्जर पुल का जीर्णोद्धार कराने के लिए कहा भी गया। लेकिन वे लोग सिर्फ आश्वासन देते हैं। ग्रामीणों ने आशंका जताई कि कहीं इस पुल का भी हाल सिधांव के पुल की तरह न हो जाए। इसलिए ट्रकों के परिचालन को बंद कर दिया गया है ताकि पुल सुरक्षित रहे। क्योंकि यह पुल गांव के लोगों के आवाजाही का एक मात्र साधन है।

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इनसेट बयान: क्षेत्र में जर्जर हो चुके पुलों के जीर्णोद्धार की योजना है। इलाके के जर्जर पुलों की एक सूची बनाई गई है। उसमें यह पुल भी शामिल है। इसका जीर्णोद्धार कराने के लिए संबंधित विभाग को लिखा गया है।

- सतीश चंद्र दूबे, सांसद, वाल्मीकिनगर

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