नींद में था पूरा परिवार और रौंद कर चला गया बोलेरो

बरात की बोलेरो के घर में घुस जाने से दो लोगों की मौत और दो बच्चों के घायल होने की घटना से गांव के लोग काफी उद्वेलित हैं। जब शव का पोस्टमार्टम कराने व बोलेरो को जब्त करने के लिए पुलिस कुम्हिया खुर्द गांव में पहुंची तो ग्रामीण काफी गुस्से में थे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Apr 2019 11:50 PM (IST) Updated:Sun, 28 Apr 2019 11:50 PM (IST)
नींद में था पूरा परिवार और रौंद कर चला गया बोलेरो
नींद में था पूरा परिवार और रौंद कर चला गया बोलेरो

बगहा । बरात की बोलेरो के घर में घुस जाने से दो लोगों की मौत और दो बच्चों के घायल होने की घटना से गांव के लोग काफी उद्वेलित हैं। जब शव का पोस्टमार्टम कराने व बोलेरो को जब्त करने के लिए पुलिस कुम्हिया खुर्द गांव में पहुंची तो ग्रामीण काफी गुस्से में थे। गुस्सा पुलिस पर नहीं, सिस्टम से था। अक्सर बरात में ऑर्केस्ट्रा की व्यवस्था हो रही है। वाहन के चालक रात भर ऑर्केस्ट्रा देखते हैं और सुबह में गाड़ी लेकर चल देते हैं। ऐसे में नींद के कारण ऐसी दुर्घटना होती है। वैसे ग्रामीणों के गोलबंद होने के पीछे गरीब परिवार को मुआवजे कर मांग था। हालांकि थानाध्यक्ष राजीव कुमार के समझाने के बाद आक्रोशित लोग माने। बता दें कि बेलवा संतपुर मुख्य सड़क में कुम्हिया खुर्द गांव में रविवार की सुबह एक बेलगाम बोलेरो ने घर में सो रहे मां-बेटे व दो बच्चों को रौंद दिया। जिससे बेटे की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। वहीं वृद्ध माता को रामनगर पीएचसी में भेजा गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया। बेतिया ले जाने के क्रम में वृद्धा ने लौरिया के समीप रास्ते में ही दम तोड़ दिया। ग्रामीणों ने बोलेरो को अपने कब्जे में ले लिया है। हालांकि बोलेरो चालक मौका देखकर फरार होने में सफल हो गया। पुलिस निरीक्षक ने बताया कि वाहन चालक का पता लगाया जा रहा है। बोलेरो को जब्त कर लिया गया है।

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जमीन पर सोए थे सभी लोग

बताया जाता है कि रविवार की सुबह कुम्हिया खुर्द निवासी दशरथ राम व उसके परिजन जमीन पर सोए थे। फूस की झोपड़ी सड़क के किनारे है। उसी झोपड़ी में पूरा परिवार था। यह परिवार प्रतिदिन जमीन पर ही सोता था। बोलेरो सीधे फूस की झोपड़ी को तोड़कर अंदर घुस गई। जिसमें दशरथ राम की मौत तो मौके पर ही गई थी।

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पिता और दादी की मौत से सदमे में बच्चे

मृतक दशरथ के पांच बच्चे है। जिसमें बेटा राजबली 11 साल का सबसे बड़ा है। उसके बाद भोला 09 साल का है। सुनीता कुमारी 08 साल की, पुनीता कुमारी 07 साल की एवं सबसे छोटी अनिता पांच साल की है। पांच वर्ष दसरथ की पत्नी की मौत हो गई थी। मां की मौत के बाद सभी बच्चे दादी एवं पिता के देखरेख में पल रहे थे। बता दें कि मृतक खुद तीन भाई हैं। सभी भाईयों का परिवार अलग-अलग रहता है।

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