डायरिया से तीन लोगों की मौत के बाद पहुंची मेडिकल टीम को झेलना पड़ा विरोध
बगहा। बगहा प्रखंड के भैंसही पाड़रखाप पंचायत के हरपुर गांव में करीब एक सप्ताह से डायरिया के प्रकोप से लोग आक्रांत थे। गरीबी के कारण झोलाछाप चिकित्सकों से इलाज करा रहे थे।
बगहा। बगहा प्रखंड के भैंसही पाड़रखाप पंचायत के हरपुर गांव में करीब एक सप्ताह से डायरिया के प्रकोप से लोग आक्रांत थे। गरीबी के कारण झोलाछाप चिकित्सकों से इलाज करा रहे थे। लेकिन स्वास्थ्य विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी। तीन लोगों की मौत के बाद जब सोमवार की सुबह में बगहा एक पीएचसी के प्रभारी डॉ. एसएन महतो के नेतृत्व में मेडिकल टीम गांव में पहुंची तो ग्रामीणों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अगर पहले मेडिकल टीम आई होती तो लोगों की जान नहीं जाती। हालांकि दर्जनों परिवार के लोग गांव छोड़कर अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं। अभी भी दर्जनों लोग डायरिया से पीड़ित हैं। पीएचसी प्रभारी डॉ. महतो, डॉ. केके शुक्ला सहित एएनएम लक्ष्मी कुमारी, सरिता कुमारी, सुनीता कुमारी गांव में पहुंचीं। पीड़ितों का उपचार चल रहा है। गांव में जलजमाव स्थल पर ब्लीचिग का छिड़काव किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह घटना फूड प्वाइजनिग से हुई है। भैंसही पाड़रखाप पंचायत में नियुक्त एएनएम रीता सिन्हा की गैर मौजूदगी के कारण इस बीमारी की सूचना समय से पीएचसी को नहीं मिली। इसकी जांच पड़ताल की जा रही है।
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इनसेट बयान:
हरपुर गांव में फूड प्वाइजनिग से तीन लोगों की मौत हुई है। दस लोग पीड़ित हैं। पीड़ितों का उपचार किया जा रहा है। गांव में मेडिकल टीम कैंप कर रही है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
-- डॉ. एसएन महतो, पीएचसी प्रभारी , बगहा एक
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-- इनसेट बयान :
समय से अस्पताल प्रबंधन को सूचना नहीं मिली। प्रथम दृष्टया एएनएम की लापरवाही सामने आई है। इसके लिए जांच पड़ताल की जा रही है। आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
-- डॉ. किरण शंकर झा, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी
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