तीसरे दिन भी अनशन पर रहे जिला पार्षद

बेतिया, संवाद सहयोगी : आरोप प्रत्यारोप के बीच जिला पार्षद रीना देवी का अनशन तीसरे दिन भी शुक्रवार को

By Edited By: Publish:Sat, 24 Jan 2015 01:15 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jan 2015 01:15 AM (IST)
तीसरे दिन भी अनशन पर रहे जिला पार्षद

बेतिया, संवाद सहयोगी : आरोप प्रत्यारोप के बीच जिला पार्षद रीना देवी का अनशन तीसरे दिन भी शुक्रवार को भी जारी रहा। पार्षद के अनशन को लेकर जिला पार्षद की राजनीति गरमा गयी है। श्रीमति रीना देवी के समर्थन में कई पार्षद भी खुल कर सामने आ गये हैं। जबकि उनके निशाने पर रहे जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष भी गोलबंदी शुरू कर आर पार की लड़ाई का मूड में आ गये है। दोनों ओर से शब्दों के तीर चलने लगे है और एक दूसरे के खेमा को आड़े हाथ लेते हुए नीचा दिखाने की कोशिश शुरु हो गयी है। दोनों गुट नियमों की दुहाई दे अपनी बात को नियम संगत बता रहे है। जिला परिषद में एक ऐसा भी गुट बन रहा है जो दोनों गुट से दूरी बना लड़ाई को हवा दे अपनी रोटी सेकने की फिराक में है। अनशन के तीसरे दिन रीना देवी ने कहा कि जिला परिषद का काम विभागीय होता है। उन्होंने कहा कि जिला परिषद के नियम के तहत परिषद की राशि को सभी पार्षदों में समान रुप से वितरित करना है। जबकि अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के क्षेत्रों में अधिक राशि मिल रही है। श्रीमति देवी ने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को पंचायती राज अधिनियम की धारा 69, 88 को ठीक से पढ़ लेने की नसीहत तक दे डाली। वहीं जिला पार्षद रानी तिवारी ने कहा कि पंचायती राज अधिनियम की धारा 88 व इसके उपधारा में स्पष्ट है कि जिला परिषद की निधि और उद्देश्यों को डीडीसी को कार्यान्वित करना है। निधि के तहत बनाये गये नियमों में सभी पार्षदों में समान रुप से राशि की वितरण की जानी है। यहां बता दे कि रीना देवी, जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पर अपने क्षेत्रों में अधिक राशि वितरण करने का आरोप लगा तीन दिनों से अनशन पर है। जबकि अध्यक्ष व उपाध्यक्ष ने अनशन के दूसरे दिन कहा था कि सरकार से मिली जिला परिषद की निधि पार्षद निधि नहीं होती न ही समान रुप से राशि वितरण का जिक्र ही है। उन्होंने कहा था कि अनशन पर बैठी पार्षद नियम विरुद्ध योजनाओं की मांग कर रही थी। कुछ पार्षद पति ठेकेदारी के लिए उन पर दबाव बना रहे है। अनशन के दौरान जगन्नाथ ठाकुर, दया वर्मा, अमृता प्रकाश आदि मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी