दैनिक जागरण व इंवेंटर्स एडुकेयर स्कॉलरशिप टेस्ट के सफल बच्चे हुए पुरस्कृत

हमारे प्रदेश में प्रतिभा की कमी नहीं है। लेकिन अधिकांश बच्चे और उनके अभिभावक आर्थिक रूप से उतने सक्षम नहीं होते कि वह बच्चों को राज्य के बाहर रखकर उन्हें अच्छी शिक्षा दिला सकें।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 10:01 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 10:01 PM (IST)
दैनिक जागरण व इंवेंटर्स एडुकेयर स्कॉलरशिप टेस्ट के सफल बच्चे हुए पुरस्कृत
दैनिक जागरण व इंवेंटर्स एडुकेयर स्कॉलरशिप टेस्ट के सफल बच्चे हुए पुरस्कृत

जागरण संवाददाता, हाजीपुर :

हमारे प्रदेश में प्रतिभा की कमी नहीं है। लेकिन अधिकांश बच्चे और उनके अभिभावक आर्थिक रूप से उतने सक्षम नहीं होते कि वह बच्चों को राज्य के बाहर रखकर उन्हें अच्छी शिक्षा दिला सकें। इसी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए इंवेंटर्स एडुकेयर ने दैनिक जागरण के साथ मिलकर इंवेंटर्स स्कॉलरशिप टेस्ट 2021 का आयोजन किया। यह परीक्षा गत 7 फरवरी को पूरे प्रदेश के 31 केंद्र पर आयोजित की गई थी। जिसमें लगभग 16 हजार बच्चे शामिल हुए थे। स्कॉलरशिप टेस्ट का परिणाम 14 फरवरी को घोषित की गई थी। परीक्षा परिणाम में लगभग 7500 बच्चे सफल हुए हैं।

इंवेंटर्स एडुकेयर एवं दैनिक जागरण के स्कॉलरशिप टेस्ट के परिणाम को लेकर शनिवार को हाजीपुर के रामबालक चौक स्थित नगर परिषद सामुदायिक भवन में शिक्षा सेमिनार आयोजित किया गया। सेमिनार में जिले के सफल छात्र-छात्राओं के बीच सर्टिफिकेट वितरित किया गया। पटना में मुख्य सेमिनार के बाद शनिवार को हाजीपुर में सभी सफल बच्चों को मोमेंटो एवं सर्टिफिकेट देकर पुरस्कृत किया गया।

मालूम हो कि इंवेंटर्स एडुकेयर स्थापना का मूल उद्देश्य विषम परिस्थितियों में बेहतर पढ़ाई उपलब्ध कराना रहा है। पिछले कुछ महीनों में संस्थान के पढ़ाई की उत्कृष्टता को बच्चों और अभिभावकों ने जिस तरह सराहा है, उससे संस्थान की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। कोरोना काल में जिस तरह से बच्चे और अभिभावक इन्वेंटर्स के शैक्षणिक गुणवत्ता से संतुष्ट थे, वहीं परीक्षा के प्रति बच्चों और अभिभावकों का उत्साह देखने लायक था। यही कारण रहा कि पहले साल में ही बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने इस परीक्षा में भाग लिया। अब बिहार प्रदेश के वह बच्चे भी इंवेंटर्स जैसे संस्थान में पढ़ाई कर अपने सपने को साकार कर पाएंगे, जो प्रतिभाशाली तो है लेकिन आर्थिक रूप से थोड़े कमजोर हैं।

इंवेंटर्स इस परीक्षा में शामिल होने बाले हर छात्र-छात्राओं को उनके काबिलियत के अनुसार रिवार्डेड किया है। टेस्ट में शामिल छात्रों में जो टॉप 50 स्टूडेंट्स हैं, उन्हें पूरी तरह नि:शुल्क पढ़ना, रहना एवं खाना उपलब्ध कराकर उनके इंजीनियर और डॉक्टर बनने का सपना साकार किया जाएगा। जो स्टूडेंट्स 51 से 150 के बीच रैंकिग में आएं हैं, उन्हें शत-प्रतिशत स्कॉलरशिप देकर उनके सपने को सच किया जाएगा। इसके अलावा हर सफल छात्र-छात्राओं को जो इस रैंक के बाहर हैं, उन्हें 90 प्रतिशत तक स्कॉलरशिप दी जा रही है। इंवेंटर्स बिहार में रहकर पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए एक ऐसा अवसर है, जिसमे वह अपने प्रतिभा से राज्य के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान से नि:शुल्क पढ़ाई कर सकता हैं।

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