शिक्षा के बिना विकास की कल्पना बेइमानी : अच्युतानंद

संवाद सूत्र, जंदाहा : गुरु, माता, पिता एवं स्वामी की भक्ति का मार्ग जहां शिक्षा से प्राप्त होती ह व

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Feb 2019 11:25 PM (IST) Updated:Thu, 14 Feb 2019 11:25 PM (IST)
शिक्षा के बिना विकास की कल्पना बेइमानी : अच्युतानंद
शिक्षा के बिना विकास की कल्पना बेइमानी : अच्युतानंद

संवाद सूत्र, जंदाहा : गुरु, माता, पिता एवं स्वामी की भक्ति का मार्ग जहां शिक्षा से प्राप्त होती ह वहीं एक विकसित देश एवं विकसित राज्य के साथ साथ विकसित समाज के लिए शिक्षित होना अति आवश्यक है। शिक्षा के बगैर विकास की कल्पना नहीं की जा सकती।शिक्षा में सुधार के बिना देश राज्य एवं समाज को विकसित कहना बेईमानी होगी। आज देश में गरीबी इतनी बड़ी बाधा नहीं है जितनी अशिक्षा से बाधा उत्पन्न हो रही है। प्राचीन शिक्षा पद्धति की तरह बच्चों को शिक्षित बनाए जाने की आवश्यकता है। शिक्षा ऐसी हो कि देश की मिट्टी से जुड़ा हुआ हो। उक्त बातें स्थानीय महिन्दवारा गांव में रियल यूनिक स्कूल के उद्घाटनकर्ता पूर्व विधायक डॉक्टर अच्युतानंद ने अपने संबोधन में कही। आगे उन्होंने कहा कि इस देश का दुर्भाग्य है कि देश के तत्कालीन केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री को शिक्षा में सुधार की मांग को लेकर सड़क पर उतरना पड़े। पूर्व विधायक डॉ ¨सह ने आगे कहा कि देश एवं राज्य में बजट में ऐसा प्रावधान हो कि हर घर में शिक्षा रोजगार एवं खाद्यान्न सहजता पूर्वक प्राप्त हो सके। वहीं उन्होंने कहा कि आज दस प्रतिशत सवर्णों को दिए गए आरक्षण पर जोरदार चर्चा हो रही है। समारोह की अध्यक्षता विद्यालय के निदेशक बृजेश श्रीवास्तव एवं संचालन जितेंद्र कुमार ¨सह ने किया। समारोह को महनार प्रखंड प्रमुख संगीता कुमारी रालोसपा के जिला उपाध्यक्ष गंगा राय डॉ डी ¨सह प्राचार्य प्रीति रानी शिक्षिका रचना कुमारी गुड़िया कुमारी डॉक्टर ओपी श्रीवास्तव सूरज भूषण प्रसाद रंजीत झा आदि ने संबोधित किया।

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