सवालों के घेरे में विभाग, आखिर कैसे बंटी एक्सपायरी दवा

सुपौल। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरायगढ़-भपटियाही के प्रांगण में सोमवार को प्रधानमंत्री मातृत्व सु

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Aug 2020 06:46 PM (IST) Updated:Tue, 11 Aug 2020 06:46 PM (IST)
सवालों के घेरे में विभाग, आखिर कैसे बंटी एक्सपायरी दवा
सवालों के घेरे में विभाग, आखिर कैसे बंटी एक्सपायरी दवा

सुपौल। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरायगढ़-भपटियाही के प्रांगण में सोमवार को प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना के तहत लगाए गए शिविर में गर्भवती महिलाओं को एक्सपायरी दवा दिए जाने के मामले में विभाग और पूरा सिस्टम सवालों के घेरे में है।

मामले को लेकर जहां चिकित्सा पदाधिकारी ने महज भूलवश बंटने की बात कह अपना पल्ला झाड़ लिया वहीं स्टोरकीपर दवा की उपलब्धता आदि से पूरी तरह अपनी अनभिज्ञता जता रहे हैं। स्वास्थ्य प्रबंधक ने पूरे मामले से ही अपने को अलग बता दिया। अब इतनी बड़ी गलती के लिए विभाग ने अब तक किसी की कोई जिम्मेवारी तय नहीं की है। ना ही अब तक कोई कार्रवाई ही की गई।

चिकित्सा प्रभारी की बातों को ही सही मान लें कि उक्त दवाएं स्कूली छात्राओं के लिए आई थी तो वह दवा आखिर क्यों नहीं छात्राओं के बीच बांटी गई? छात्राओं के लिए आई दवा शिविर तक किसके आदेश-निर्देश पर पहुंची? महिलाओं के बीच वितरण के क्रम में भी किसी ने उसकी एक्सपायरी तक देखना क्यों नहीं मुनासिब समझा? इन सवालों पर फिलहाल सभी ने चुप्पी साध ली है।

जिले में स्वास्थ्य विभाग ने दवाओं के भारी मात्रा में एक्सपायरी करने, उसे यत्र-तत्र निपटाने में महारत हासिल कर रखी है। दवा घोटाला का मामला भी काफी सुर्खियां बटोर चुका है।

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शिविर में गर्भवती महिलाओं को दे दी एक्सपायरी दवा

स्वास्थ्य केंद्र परिसर में हर माह 9 अगस्त को यह शिविर आयोजित होता है जिसमें गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच कर उसे दवा दी जाती है। कोरोना वायरस को लेकर उत्पन्न हालात के बीच भी कार्यक्रम चल रहा है और इसी कड़ी में 10 अगस्त को क्षेत्र के 40 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई थी। जांच के बाद जो दवा उपलब्ध कराई गई वह मई माह में ही एक्सपायर हो चुकी है।

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