विकास का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए हैं प्रयत्नशील: डीएम

76वें स्वतंत्रता दिवस पर जिलाधिकारी ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि हम राष्ट्र एवं विशेष रूप से बिहार राज्य के विकास के लिए कृत संकल्पित हैं और विकास का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे इसके लिए प्रयत्नशील हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 Aug 2022 05:38 PM (IST) Updated:Tue, 16 Aug 2022 05:38 PM (IST)
विकास का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए हैं प्रयत्नशील: डीएम
विकास का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए हैं प्रयत्नशील: डीएम

जागरण संवाददाता, सुपौल। 76वें स्वतंत्रता दिवस पर जिलाधिकारी ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि हम राष्ट्र एवं विशेष रूप से बिहार राज्य के विकास के लिए कृत संकल्पित हैं और विकास का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे इसके लिए प्रयत्नशील हैं। सरकार विभिन्न विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से क्षेत्रीय असंतुलन दूर करने हेतु प्रतिबद्ध है। कहा कि बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार के तहत अब तक सुपौल जिले में कुल 28 हजार 707 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें से 28 हजार 498 का निवारण किया जा चुका है। कोविड-19 टीकाकरण अभियान के अंतर्गत अबतक 16 लाख 17 हजार 209 व्यक्तियों को प्रथम डोज एवं 14 लाख 88 हजार 902 व्यक्तियों को द्वितीय डोज के साथ ही एक लाख 88 हजार 750 व्यक्तियों को बुस्टर डोज दिया जा चुका है। सदर अस्पताल में 500 एलपीएम के दो पीएसए प्लांट अधिष्ठापित की गई है, जिससे जिला अस्पताल के 100 बेड पर निर्बाध रूप से आक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी। बालिका एवं महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए सरकार द्वारा अथक प्रयास किए जा रहे हैं। जिले में कुल दो हजार चार सौ चौंतीस आंगनबाड़ी केंद्र स्वीकृत है। आईसीडीएस अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों को माडल आंगनबाड़ी केंद्रों के रूप में विकसित कराए जाने हेतु इस जिलान्तर्गत कुल 13 आंगनबाड़ी केंद्रों के विरूद्ध 12 माडल आंगनबाड़ी केंद्र विकसित है। मनरेगा अंतर्गत निजी जमीन में पौधारोपण, खेत पोखर, वर्मी-नाडेप कम्पोस्ट, सुअर पालन, मुर्गी पालन, पशुपालन केंद्र का निर्माण, मलवरी की योजना, विलेज चेनल एवं डब्लूपीयू की योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है, जिससे आम नागरिक स्वरोजगार की तरफ भी बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सुपौल जिले को वित्तीय वर्ष 2016-17 से लेकर 2020-21 तक कुल संशोधित लक्ष्य 67 हजार 304 आवंटित किए गए हैं, जिसमें से अबतक 66 हजार 406 परिवारों को प्रथम किस्त तथा प्रथम किस्त प्राप्त परिवारों में से 60 हजार 595 परिवारों को द्वितीय किस्त उपलब्ध करवाया गया है। मुख्यमंत्री वासस्थल क्रय सहायता योजना अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना(ग्रामीण) की प्रतीक्षा सूची में अंकित सभी वासस्थल विहीन परिवारों को लाभ दिया जाना है। जल-जीवन-हरियाली अभियान योजना अंतर्गत विभिन्न विभागों द्वारा जल संचय एवं पौधारोपण अभियान के मुख्य अवयव के रूप में 25 तालाब का जीर्णोद्धार कार्य प्रारंभ किया गया है, जिसमें से 19 तालाब के जीर्णोद्धार का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वहीं 37 तालाब का जीर्णोद्धार कार्य मनरेगा योजना से प्रारंभ किया गया है, जिसमें से 35 का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 में अब तक राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना अंतर्गत 151, मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना अंतर्गत 14 हजार 380, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना अंतर्गत 43, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना अंतर्गत 256, लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना अंतर्गत 240, बिहार राज्य नि:शक्तता पेंशन योजना अंतर्गत 320, कबीर अंत्येष्टि योजना अंतर्गत 385, बिहार शताब्दी कुष्ठ कल्याण योजना अंतर्गत 171, मुख्यमंत्री साम‌र्थ्य योजना अंतर्गत 55 दिव्यांग व्यक्तियों को निर्धारित सहायता के रूप में मदद की जा रही है। परिवहन विभाग द्वारा मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजन अंतर्गत 1267 लक्ष्य के विरुद्ध 1025 लाभुकों को वाहन वितरण किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के इस राष्ट्रीय महोत्सव पर आइए हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि जिले की चौमुखी विकास के लिए आपसी सहयोग, भाईचारा, सांप्रदायिक सछ्वाव, निष्ठा, ईमानदारी एवं पारदर्शिता के साथ कदम से कदम मिलाकर कार्य करेंगे एवं इस जिले को विकास के मानचित्र पर अग्रणी जिले के रूप में प्रतिष्ठापित करेंगे।

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