भारतीय जाली नोट के साथ एसएसबी के हत्थे चढ़ा तस्कर

मकर संक्राति का मौका है और दही चूड़ा की बात न हो ऐसा हो ही नहीं सकता। यह पर्व ही दही-चूड़ा के पर्व के नाम से जाना जाता है। लोग मकर संक्रांति के मौके पर दही-चूड़ा के साथ-साथ तिलकुट घेवर आदि का लुत्फ उठाते हैं। पर अब तो इलाके में दही के भी लाले हैं। दही के इलाके में अब डिब्बे की दही से काम चल रहा है। एक जमाना था कोसी का दही खाने के लिए लोग लालायित थे। यहां दही के बारे में मशहूर था कि अगर इसे दीवार पर फेंक दिया जाए तो यह गिरेगा नहीं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Jan 2020 04:54 PM (IST) Updated:Wed, 15 Jan 2020 04:54 PM (IST)
भारतीय जाली नोट के साथ एसएसबी के हत्थे चढ़ा तस्कर
भारतीय जाली नोट के साथ एसएसबी के हत्थे चढ़ा तस्कर

संवाद सहयोगी, वीरपुर(सुपौल): मंगलवार की दोपहर एसएसबी 45 वीं बटालियन की सीमा चौकी कुनौली ने विशेष सूचना तंत्र के माध्यम से भारतीय जाली मुद्रा 500 रुपये के 15 नोटों के साथ कारोबारी को गिरफ्तार किया। कमांडेंट 45 वीं वाहिनी एचके गुप्ता ने बताया कि विशेष सूचना तंत्र के माध्यम से पता चला कि रामानन्द यादव जो बथनाहा थाना कुनौली क्षेत्र का रहने वाला है वह नेपाल से भारतीय प्रभाग मे भारतीय जाली मुद्रा का कारोबार कर रहा है। इसके लिए विशेष जांच दल गठित कर सीमा स्तम्भ संख्या 222 के समीप नेपाल से आने वाले लोगों की जांच हेड कांस्टेबल उपेंद्र कुमार पांडे के नेतृत्व में सुदीप कुमार मिश्रा, रमन कुमार रमन तथा कांस्टेबल शरद कुमार दादिछ के द्वारा की जा रही थी। जांच दल ने ज्योंही रामानन्द यादव को भारतीय प्रभाग में मोटरसाइकिल से आते देखा उसे पकड़ लिया और जांच की जाने लगी। जांच के दौरान उसके बटुए से 500 रुपये के 15 भारतीय नोट मिला। जिसे निरीक्षण करने के पश्चात पाया गया कि सभी नोट भारतीय मुद्रा मानंको पर खरा नहीं उतरा और सभी नोटों को जब्त कर मोटरसाइकिल के साथ कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया गया और कुनौली थाना को सुपुर्द किया गया। पूछताछ में पता चला कि यह सभी नोट उसे नेपाल के एक व्यापारी से प्राप्त हुआ था जिसे भारतीय प्रभाग में खपाने के लिए दिया गया था।

chat bot
आपका साथी