घर लौटे प्रवासियों को जिला प्रशासन उपलब्ध कराए रोजगार

संवाद सूत्र सरायगढ़ (सुपौल) कोरोना काल में दूसरे प्रांत से अपने-अपने घर लौटे प्रवासियों को

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 11:58 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 11:58 PM (IST)
घर लौटे प्रवासियों को जिला प्रशासन उपलब्ध कराए रोजगार
घर लौटे प्रवासियों को जिला प्रशासन उपलब्ध कराए रोजगार

संवाद सूत्र, सरायगढ़ (सुपौल): कोरोना काल में दूसरे प्रांत से अपने-अपने घर लौटे प्रवासियों को तत्काल रोजगार देकर वैसे लोगों की समस्याओं को दूर करने की मांग छिटही हनुमाननगर पंचायत की मुखिया बीबी नसीमा खातून ने जिलाधिकारी सुपौल से की है। मुखिया ने कहा है कि सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड क्षेत्र में हजारों की संख्या में लोग अपने-अपने काम को छोड़कर घर लौट आए हैं। अल्पसंख्यक समुदाय के वैसे लोग जो लंबे समय से जम्मू कश्मीर, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड आदि जगहों पर रहकर काम करते थे और फिर परिवार के लिए पैसे भेजने का काम करते थे वैसे लोगों को मजबूरी में घर आना पड़ा है। मुखिया के साथ उसके पति मु. मुस्तफा कमाल ने भी रोजगार के लिए भटक रहे लोगों को विभिन्न योजनाओं से जोडकर काम देने का अनुरोध जिला प्रशासन से किया है। मुखिया ने कहा है कि यदि बाहर के कमाई के बल घर की खर्ची चलाने वाले लोगों को तत्काल रोजगार नहीं मिला तो उनके चूल्हे बंद हो सकते हैं। सिर्फ छिटही हनुमाननगर पंचायत में काफी संख्या में लोग वापस लौटे हैं। उन लोगों को ना तो खेती योग्य जमीन है और ना ही बाल-बच्चे के भरण-पोषण के लिए कोई दूसरा रोजगार। बाहर कमाकर ही परिवार का खर्च जुटाना वैसे लोगों का लंबे समय से इतिहास रहा है। कोरोना महामारी के बीच जब परिवार के कमाने वाले लोग घर बैठ गए हैं तब पूरे परिवार में सन्नाटा देखा जा रहा है। प्रशासन तथा सरकार को चाहिए कि ऐसे लोगों को चिन्हित कर जल्द से जल्द रोजगार दे। रोजगार के अलावा अत्यंत गरीब परिवार को आर्थिक मदद की भी जरूरत है।

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