ओडीएफ होने के कगार पर किसनपुर, कुछ और मेहनत की जरूरत

सुपौल। प्रखंड मुख्यालय स्थित सभा भवन में शनिवार को स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण को ल

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Oct 2018 01:20 AM (IST) Updated:Sun, 28 Oct 2018 01:20 AM (IST)
ओडीएफ होने के कगार पर किसनपुर, कुछ और मेहनत की जरूरत
ओडीएफ होने के कगार पर किसनपुर, कुछ और मेहनत की जरूरत

सुपौल। प्रखंड मुख्यालय स्थित सभा भवन में शनिवार को स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण को लेकर बैठक बीडीओ अलीशा कुमारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में उपस्थित डीडीसी मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा कि प्रखंड को ओडीएफ करने के लिए सिर्फ बैठक करने से संभव नहीं होगा। इसके लिए संबंधित कर्मी को अपने-अपने क्षेत्र में कड़ी मेहनत करनी होगी। आप लोगों के मेहनत का ही फल है कि किशनपुर ओडीएफ होने के कगार पर है। प्रखंड को ओडीएफ करना किसी एक व्यक्ति के वश की बात नहीं है इसके लिए सभी कर्मी को सहयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में स्वच्छ भारत मिशन के बारे में लोग कहानी के रूप में बच्चों को सुनाएंगे। जिसमें सभी लोगों को बताना होगा कि आपका कितना योगदान रहा इसकी कहानी सुनाएंगे। कहा कि मान-सम्मान लिए हर जगह शौचालय का निर्माण हो गया हो और उसमें सिर्फ एक या दो घर में नहीं हुआ है, वहीं एक घर से जिसने शौचालय बनाया भी है उसे भी बीमारी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए सभी घरों में शौचालय का निर्माण कर बीमारी को बहुत दूर भेज देना है। बीडीओ ने कहा कि मेहासिमर 73 प्रतिशत, तुलापट्टी 75 प्रतिशत, राजपुर 82 प्रतिशत, सुखासन में 66 प्रतिशत शौचालय का निर्माण हो गया है। जहां शौचालय निर्माण होना शेष है वहां कार्य में प्रगति लाने का प्रयास किया जा रहा है। नोडल एवं सीएलटीएस ने बताया कि सबसे ज्यादा दिक्कत महादलित बस्तियों में होती हैं जहां शौचालय निर्माण के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। स्टेट कोर्डिनेटर प्रमिला तिवारी ने कहा कि किसी भी विद्यालय में शौचालय की स्थिति ठीक नहीं है। डीआरडीए निदेशक विश्वजीत हेनरी ने कहा कि आप लोगों का कार्य बढिया है अगर प्रयास किया जाए तो छठ तक प्रखंड को ओडीएफ किया जा सकता है। बैठक में बीईओ रामचन्द्र यादव, बीएओ रामकुमार मिश्र, बीएसओ रामानुज ¨सह, पीओ रवि भूषण ओझा, स्वास्थ्य प्रबंधक सुजित कुमार, बीसीएम आदित्य कुमार, मुखिया उदय कुमार चौधरी, रामप्रसाद साह, जगन्नाथ महतो आदि मौजूद थे।

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