गोदाम में पड़ा है दो माह का अनाज, नहीं किया जा रहा आवंटित

संवाद सूत्र सरायगढ़ (सुपौल) कोविड-19 को लेकर बने हालात के बीच अपने-अपने घर लौटे प्रवासिय

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Jul 2020 11:27 PM (IST) Updated:Sat, 04 Jul 2020 11:27 PM (IST)
गोदाम में पड़ा है दो माह का अनाज, नहीं किया जा रहा आवंटित
गोदाम में पड़ा है दो माह का अनाज, नहीं किया जा रहा आवंटित

संवाद सूत्र, सरायगढ़ (सुपौल): कोविड-19 को लेकर बने हालात के बीच अपने-अपने घर लौटे प्रवासियों के लिए सरकार द्वारा घोषित अनाज अब तक जनवितरण विक्रेता के गोदाम में पड़ा हुआ है। प्रवासियों के लिए विक्रेताओं को मई तथा जून का चावल और चना आवंटित किया गया है। विक्रेताओं द्वारा आवंटित अनाज का उठाव भी कर लिया गया लेकिन एक भी प्रवासी को यह अनाज नहीं दिया जा रहा है। जानकारी अनुसार विक्रेताओं को दिए गए अनाज में यह शर्त दिया गया है कि वैसे प्रवासियों को पांच किलो चावल तथा एक किलो चना मुफ्त में दिए जाएंगे जिसके पास राशन कार्ड नहीं है। राशन कार्डधारी प्रवासी इसके लाभ के हकदार नहीं होंगे। इस संबंध में सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड क्षेत्र के कई विक्रेताओं ने बताया कि गोदाम से चावल तथा चना आवंटित कर दिया गया लेकिन उसके वितरण में काफी पेंच फंसा है। अभी तक आधिकारिक रूप से पंचायत बार कोई सूची नहीं दी गई जिसे मुफ्त का चावल तथा चना दिया जाना है। कुछ विक्रेताओं ने बताया कि प्रवासियों में से अधिकांश के पास पहले से ही राशन कार्ड उपलब्ध है और उन्हें नियमित रूप से अनाज मिल भी रहा है। सरकार द्वारा घोषित पांच किलो चावल भी अधिकांश परिवारों को दिए जा रहे हैं और फिर प्रवासी के रूप में जो उन्हें अनाज दिए जाने हैं उसमें कोई स्पष्ट दिशा निर्देश नहीं दिया जा रहा है। विक्रेताओं का कहना है कि ऐसे में दो माह का राशन गोदाम में पड़ा है।

उधर प्रखंड क्षेत्र के कई प्रवासियों ने बताया कि उन सबको सरकार द्वारा घोषित मुफ्त का अनाज नहीं मिल रहा है जो मिलना चाहिए था। प्रवासियों को मुफ्त के अनाज दिए जाने में स्पष्ट आदेश नहीं मिलने के सवाल पर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी रामानंद द्विवेदी से बार-बार संपर्क का प्रयास किया गया लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी। यहां यह बता दें कि प्रखंड क्षेत्र में काफी संख्या में बाहर से प्रवासी आए हैं।

chat bot
आपका साथी