लाठीचार्ज के विरोध में शिक्षकों ने फूंका मुख्यमंत्री का पुतला

जागरण संवाददाता, सुपौल: कई महीनों से बकाया वेतन का भुगतान सहित 42 सूत्री मांगों को लेकर

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Feb 2019 12:27 AM (IST) Updated:Thu, 21 Feb 2019 12:27 AM (IST)
लाठीचार्ज के विरोध में शिक्षकों ने फूंका मुख्यमंत्री का पुतला
लाठीचार्ज के विरोध में शिक्षकों ने फूंका मुख्यमंत्री का पुतला

जागरण संवाददाता, सुपौल: कई महीनों से बकाया वेतन का भुगतान सहित 42 सूत्री मांगों को लेकर 18 फरवरी को बिहार विधानसभा के समक्ष शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज से आहत बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले जिला संरक्षक सुनील यादव की अध्यक्षता में सरकार विरोधी नारे लगाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज कुमार ¨सह ने कहा कि 05 माह से शिक्षकों को वेतन नहीं मिला है। आलम ये है कि वेतन के अभाव में इलाज न करा पाने की वजह से दर्जनों शिक्षक एवं शिक्षिकाएं काल कलवित हो रहे हैं और जब बकाया वेतन की मांग की जाती है तो संवेदनहीन सरकार लाठीचार्ज करवाकर शिक्षकों की आवाज को दबाने का कुत्सित प्रयास करती है। कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से बकाया वेतन मांगने पहुंचे शिक्षकों पर बिहार सरकार ने जिस तरह वाटर केनन व लाठीचार्ज जैसे बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की है उससे अंग्रेजी शासन की याद ताजा हो आई है। इस तरह की कार्यवाही से भारत का लोकतंत्र घायल हुआ है। बोले कि लाठी-गोली के दम पर शिक्षकों की आवाज को दबाने के कुत्सित प्रयास में सरकार कभी कामयाब नहीं होगी। सरकार के दमनात्मक कार्यवाही के आगे शिक्षक झुकने वाले नहीं हैं। जबतक बकाया वेतन का एकमुश्त भुगतान सहित 42 सूत्री मांगों को पूरा किया नहीं जाएगा आंदोलन जारी रहेगा। मौके पर रौशन कुमार, श्रवण चौधरी, गो¨वन्द कुमार मंडल, शारदा सोनी, प्रेम पाठक, एहतेशामूल हक, नीरज कुमार ¨सह, विनोद कुमार यादव, कल्याणी स्वरूपा, रूपेश पांडेय, मनोज कुमार रजक, दीपक पासवान, अजित कुमार ¨सह, निशार अहमद, विजय कुमार भारती, परमेश्वर कुमार, सतंजीव झा, राजेन्द्र पासवान, नीतू कुमारी, राकेश रंजन, राजीव रंजन, दुर्गेश चौधरी, सुमन कुमार ¨सह, ब्रजभूषण दास, ओम प्रकाश भारती, श्रीप्रसाद विश्वास, वीरेंद्र मंडल, र¨वद्र पासवान, बैजनाथ साह, अशोक कुमार, बैजू ¨सह, कमलेश किवार, अनमोल कुमार, प्रेम राय, प्रभाष कुमार, खुर्शीद आलम, पवन कुमार, हेमंत चौधरी, रविन्द्र कुमार, ललन पासवान, दिलीप कुमार दिवाकर, दिनेश कुमार दिनकर, विजय पासवान, सुधांशु चौधरी, कृष्णा कुमारी, राजकुमार शर्मा, जयप्रकाश भारती, अशोक कुमार, इश्त्याक अहमद सहित शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थे।

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