सिवान में बारिश ने ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों की बिगाड़ी सूरत

सिवान। जिले की सड़कों पर सरपट दौड़ रही गाड़ियों की रफ्तार को बारिश ने कम क दिया है। लगातार हो रही बारिश के कारण ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों ने दम तोड़ना शुरू कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 04:36 PM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 04:36 PM (IST)
सिवान में बारिश ने ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों की बिगाड़ी सूरत
सिवान में बारिश ने ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों की बिगाड़ी सूरत

सिवान। जिले की सड़कों पर सरपट दौड़ रही गाड़ियों की रफ्तार को बारिश ने कम क दिया है। लगातार हो रही बारिश के कारण ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों ने दम तोड़ना शुरू कर दिया। कई जगह सड़कें जर्जर होकर टूट गईं हैं तो कई टूटने के कगार पर दरार बाये खड़ी हैं। निर्माण के बाद अधिकतर सड़कों की मरम्मत नहीं किए जाने के कारण ये पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं हैं और इनमें बने गड्ढे लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। इन सड़कों पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं और लोग घायल होते रहते हैं। ये सब देखने के बावजूद भी प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि चुप हैं। इस समस्या के समाधान के लिए कोई कार्रवाई नहीं करते।

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दारौंदा थाने जाने वाली सड़क गड्ढे में तब्दील, कीचड़ से चलना मुश्किल

संसू, दारौंदा (सिवान) : बारिश के कारण मुख्यालय के थाना जाने वाली सड़क कई जगह क्षतिग्रस्त हो गई है। इस कारण इस सड़क पर चल पाना मुश्किल हो गया है। कई बार तो साइकिल व बाइक चालक फिसलकर गड्ढे में गिरकर घायल भी हो जाते हैं। इन दिनों सड़क से वाहन को कौन कहे पैदल चलना मुश्किल हो जाता है। यह सड़क करीब दो वर्षों से खराब है। ज्ञात हो कि एनएच 531 से दारौंदा थाना जाने वाली यह एकमात्र सड़क है। जब से थाना के समीप बने खाद्यान्न के गोदाम से खाद्यान्न लेकर गाड़ियां निकलने लगी हैं तब से इन गाड़ियों के परिचालन से सड़क की सूरत ही बदल गई है। इसी सड़क के बीचो बीच मनरेगा कार्यालय भी है। इसी सड़क से सांसद, विधायक, डीएम, एसपी सहित सभी बड़े व छोटे पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि गुजरते हैं, लेकिन किसी का ध्यान इस सड़क की दुर्दशा नहीं जाता। इससे लोगों में रोष व्याप्त है। इस संबंध में बीडीओ दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि सड़क की मरम्मत के लिए वरीय अधिकारियों को सूचना दी गई है।

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रेलवे स्टेशन से रैक प्वाइंट तक सड़क खस्ताहाल

संसू, मैरवा (सिवान) : मैरवा रेलवे स्टेशन से रैक प्वाइंट जाने वाली सड़क जर्जर हालत में पहुंच गई। सड़क टूटकर कंकड़ बिखरे रही है। बारिश होने पर सड़क पर बन चुके बड़े बड़े गड्ढों में जल जमाव हो जाता है। इस सड़क से होकर रैक प्वाइंट से डंपर द्वारा माल ढुलाई होता है। बता दें कि रेलवे मार्ग से स्टोन इस रैक प्वाइंट पर मंगाए जाते हैं और यहां से इसकी खरीद बिक्री होती है। ग्राहक डंपर से स्टोन लोडिग कराकर इसी रास्ते से ले जाते हैं। लोगों को चिता है कि बरसात में यह सड़क और अधिक टूट गई तो माल की ढुलाई प्रभावित होगी। स्टोन ठेकेदारों का भी यही मानना है। उनकी चिता है कि लोडेड डंपर गड्ढे में फंस गया तो माल ढ़ुलाई बंद हो जाएगा। इससे उन्हें भारी क्षति का सामना करना पड़ सकता है। इस सड़क का निर्माण रेलवे ने कई वर्ष पहले कराया था। निर्माण के बाद धीरे-धीरे यह सड़क टूटती चली गई। कई जगहों पर गड्ढे बन चुके हैं, क्योंकि प्रतिदिन काफी संख्या में रैक प्वाइंट से लोडेड डंपर का आना-जाना रहता है।

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सड़क की जर्जरता से ग्रामीण परेशान

- प्रशासन व जनप्रतिनिधियों पर अनदेखी का आरोप

संसू, बड़हरिया (सिवान) : प्रखंड के सुंदरपुर पंचायत के लक्ष्मीचक गांव के ग्रामीण करीब चार वर्ष से सड़क की जर्जरता के कारण परेशान हैं। जगह-जगह सड़क टूट जाने से कई जगह सड़क पर गड्ढे हो गए हैं। बारिश होने पर सड़क पर जल जमाव तथा कीचड़ होने से लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह सड़क गांव के काली मंदिर से ग्रामीण लालबाबू सिंह के घर तक काफी खराब है। ग्रामीणों ने बताया कि ढलाई का शेष काम अधूरा होने से सड़क की स्थिति खराब हो गई है। बरसात के दिनों में सड़क पर जलजमाव हो जाने से इस रास्ते से गुजरने वाले लोगों को अंदाजा नहीं मिल पाता है। इस कारण वे गिरकर चोटिल हो जाते हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधि को इस बाबत कई बार आवेदन दिया गया, लेकिन कोई निदान नहीं निकाला गया। ग्रामीण राकेश कुमार ने बताया कि इस सड़क की स्थिति विगत चार-पांच सालों से काफी खराब है। इसको लेकर मुखिया को आवेदन दिया गया, बुलाकर दिखाया गया, लेकिन समस्या का कोई निदान नहीं निकाला गया। ग्रामीणों ने कहा कि उनकी समस्या का शीघ्र निदान निकलना चाहिए।

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सड़क जर्जर होने से राहगीर परेशान, जल जमाव व कीचड़ से चलना मुश्किल

संसू, बसंतपुर (सिवान) : बसंतपुर और लकड़ी नबीगंज प्रखंड के दर्जनों गांवों को जोड़ने वाली सड़क जर्जर होने के कारण राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस सड़क पर जल जमाव तथा कीचड़ होने से वाहन को कौन कहे पैदल चलना भी मुश्किल है। यह सड़क हुसेपुरनंद से शामपुर, बिशुनपुरा, शेखपुरा, बभनौली होकर नबीगंज के वाजितपुर, खवासपुर होकर मदारपुर तक जाती है। सड़क के दोनों तरफ धान की खेती होती है। सड़क पर असंख्य गड्ढे हो गए हैं। बरसात के दिनों में कभी-कभी वाहन फंसने पर ट्रैक्टर की मदद से उसे निकालना पड़ता है। दलित नेता त्रिभुवन राम, नीरज कुमार, वैद्यनाथ महतो आदि ने बताया कि इस सड़क से हमेशा सैकड़ों लोगों का आवागमन होता है। सड़क मरम्मत को ले कई बार जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया गया लेकिन इस पर कोई पहल नहीं किया गया। इससे ग्रामीणों में रोष है।

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