जलावन लाने जा रहा छात्र ट्रैक्टर से गिरा, चक्के से दबकर हुई मौत

सिवान। थाना के जयजोर गांव में शनिवार की सुबह एक छात्र की मौत ट्रैक्टर के ट्रॉली के चक्के से दबकर हो

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 Dec 2018 05:53 PM (IST) Updated:Sat, 08 Dec 2018 05:53 PM (IST)
जलावन लाने जा रहा छात्र ट्रैक्टर से गिरा, चक्के से दबकर हुई मौत
जलावन लाने जा रहा छात्र ट्रैक्टर से गिरा, चक्के से दबकर हुई मौत

सिवान। थाना के जयजोर गांव में शनिवार की सुबह एक छात्र की मौत ट्रैक्टर के ट्रॉली के चक्के से दबकर हो गई। छात्र के मौत की सूचना जैसे ही परिजनों को मिली परिवार में कोहराम मच गया। मृतक जयजोर गांव के कुंहार टोला निवासी अच्छे लाल माली का पुत्र गुड्डू माली बताया जाता है।

घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजना चाहा लेकिन परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया। बताया जाता है कि जयजोर गांव में कुंहार टोली में एक युवक की मौत हो गई थी। उसके ही दाह संस्कार में ट्रैक्टर के ट्राली पर बैठकर जलावन लाने के लिए गुड्डू माली (17) जा रहा था। उसी क्रम ट्रैक्टर ट्रॉली पर से छात्र गिर गया और उसी ट्रैक्टर के चक्के के नीचे आ गया, जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई। इसके बावजूद भी ग्रामीण इलाज कराने के लिए उसे स्वास्थ्य केंद्र आंदर में लाए, जहां चिकित्सकों ने छात्र को मृत घोषित कर दिया। मौत की सूचना पर अस्पताल पर सैकड़ों की संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी। मृत छात्र इंटर का छात्र था। उसे तीन भाई एवं तीन बहन हैं। इस मामले में मृतक के परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने इन्कार कर दिया।

जयजोर गांव रहा शनिवार काला दिन :

थाना क्षेत्र में शनिवार का दिन रहा काला दिन रहा। जयजोर गांव में पहले से ही एक व्यक्ति की मौत हुई थी। उसके श्राद्ध करने के लिए लोग लकड़ी इकठ्ठा कर रहे थे कि उसी बीच एक और 17 वर्षीय छात्र की मौत ट्रैक्टर के ट्रॉली से दबने से हो गई। एक साथ दो अर्थी जयजोर गांव से उठीं। --------------- इनसेट

10 हजार रुपये लेने के बाद डॉक्टर ने परिजनों को सौंपा शव

संसू, आंदर (सिवान) : थाना के भरटोलिया गांव में एक 45 वर्षीय युवक की मौत भी पेट दर्द से यूनिक नर्सिंग होम पटना में हो गई थी। उसका शव शुक्रवार की रात गांव पहुंचते कोहराम मच गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार भरटोलिया गांव निवासी संजू राजभर के पेट मे दर्द था। इलाज कराने के लिए उनके परिजनों के पास रुपये नहीं थे। यह देखते हुए प्रखंड के राजद युवा अध्यक्ष मो. अकरम, कमलेश राजभर, गुड्डू राजभर, अर¨वद कुमार सहित दर्जनों लोगों ने चंदा इकट्ठा कर इलाज के लिए उसे पटना दो दिसबंर को भेजे, लेकिन उसी रात उनकी मौत हो गई थी। जब उसका शव लाने के लिए पटना गए तो चिकित्सक द्वारा 90 हजार रुपये की मांग की जा रही थी। किसी तरह पांच दिनों बाद चिकित्सक ने 10 हजार रुपये लेकर शव को दिया। राजद जिलाध्यक्ष परमात्मा राम शनिवार की सुबह मृत के परिजनों से मुलाकात कर सहायता राशि देते हुए इस दुखद घड़ी में सांत्वना दी।

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