शब-ए-बारात पर पूरी रात चहलपहल

सिवान। रविवार को जिले में शबेबारात का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान मस्जिदों व कब्रगाहो

By Edited By: Publish:Tue, 24 May 2016 03:07 AM (IST) Updated:Tue, 24 May 2016 03:07 AM (IST)
शब-ए-बारात पर पूरी रात चहलपहल

सिवान। रविवार को जिले में शबेबारात का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान मस्जिदों व कब्रगाहों की सफाई व सजावट की गई थी। रात भर लोग अकीदत करते दिखे। लोग कब्रिस्तानों में जाकर अपने पूर्वजों की कब्र के पास उनकी आत्मा की शाति के लिए दुआएं की साथ ही अपने लिए आशीर्वाद मांगा।

जिला मुख्यालय के नवलपुर, कागजी मुहल्ला, मखदुम सराय, मजहरुल हक कालोनी, पुरानी किला, नई किला, बड़ी मस्जिद, महाराजगंज जामा मस्जिद, तक्कीपुर, भीखाबांध आदि गांवों के कब्रिस्तानों व मस्जिदों को मोमबत्तियों व अगरबत्तियों से सजाया गया था जहां मोमबत्तियों की जगमग रोशनी से चार चांद लगा हुआ था वहीं अगरबत्तियों की खुशबू से मस्जिद व कब्रिस्तान सुगंधित हो गया था। हसनपुरा मुस्लिम बहुल इलाकों में रविवार की शाम से ही सभी मस्जिदों व कब्रस्तानों को काफी जगमगाती रौशनी के साथ धूमधाम से सजाया गया था। साथ ही साथ शाम से ही कब्रिस्तानों में लोग अपने पूर्वजों के कब्रों पर मोमबत्ती व अगरबत्ती से रौशन कर दुआएं मगफिरत की। इसके लिए उसरी खुर्द, उसरी बुजुर्ग, शेखपुरा, खाजेपुर, सेमरी, निजामपुर, टोलापुर, लहेजी, अरंडा व हसनपुरा आदि सभी पंचायतों के कब्रिस्तानों में काफी भीड़ देखी गई। वहीं मस्जिदों में भी नमाज व कुरआन की तिलावत करते काफी संख्या में अकीदतमंद दिखे गए। वही हसनपुरा के खानकाहे हैदरिया के नाएब शाहजादा नशीन अलामा अलहाज डॉ. सैयद नाहिद हैदरी कादरी ने बताया कि हमारे प्यारे आका रसूल सल्लाह इस महीने में खुदा की इबादत ज्यादा फरमाते थे। हजरत सैयदा आयशा सदिका राजिअल्लाह अन्हा फरमाती हैं कि एक बार शाबान की 15वीं शब को ताजदारे मदीना सलल्लाह अलैहिवसल्लम ने फरमाया कि मुझे इस रात में इबादत करने की इजाजत दो और हजरत आयशा ने जवाब दी जी हा और मेरे मां-बाप आप पर कुर्बान हो। ये बात सुन कर हुजूर ने क्याम फरमाते हुए सजदे में तश्रीफ ले गए तो ऐसा सजदा फरमाया की हजरत आयशा को गुमान हुआ कि रसूल की रूह कब्ज कर ली गई है तो उन्होंने अपना हाथ रसूल के कदमों पर रख अंदाजा किया तो हरकत मालूम होते ही उन्हें बहुत खशी हुई। वह नबी व करीम ने फरमाया है कि जब 15 शाबान की रात आए तो पूरी रात इबादत करो व दिन में रोजा रखो बेशक अल्लाह गरुबे आफताब से आसमाने दुनिया पर खास तजल्ली फरमाता है और इरशाद फरमाता है कि कोई मुझसे मगफिरत तलब करने वाले को रोजी दो। मुसीबत जदा हो तो उसे भी आफियत अता करो। इस रात लोगों ने इबादत कर शवाब हासिल की। पूरी रात हर मस्जिदों व कब्रिस्तानों में नमाज और कुरआन की तिलावत कर शवाब हासिल किया गया। बड़हरिया प्रखंड मुख्यालय स्थित मुर्गिया टोला, बहादुरपुर, लकड़ी दरगाह, करबला, अटखम्भा, जोगापुर, सुरहिया, तेतहली, बालापुर, माधोपुर, छक्का टोला पूरे प्रखंड के मस्जिदों व कब्रिस्तानों पर दुआएं की गई। इसके अलावा मैरवा, इंगलिश, मिश्करही, बड़गांव, आंदर, भगवानपुर, सोन्धानी, ब्रह्मास्थान, मोरा, महम्मदपुर, नगवां, बसंतपुर, सरेयां, खवासपुर, शेखपुरा, दुधरा, मदारपुर, सिसवन, आंदर, जीरादेई, नौतन, दरौली आदि प्रखंडों में शब-ए-बारात पर दुआएं की गईं।

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