सूड़ी जाति को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करे सरकार

स्थानीय गोयनका कॉलेज मैदान में रविवार को जिला सुड़ी सम्मेलन का ऐतिहासिक आयोजन हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Jun 2018 12:38 AM (IST) Updated:Mon, 11 Jun 2018 12:38 AM (IST)
सूड़ी जाति को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करे सरकार
सूड़ी जाति को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करे सरकार

सीतामढ़ी। स्थानीय गोयनका कॉलेज मैदान में रविवार को जिला सुड़ी सम्मेलन का ऐतिहासिक आयोजन हुआ। इसमें झारखंड की तरह बिहार में सुड़ी जाति को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करने तथा जनसंख्या के आधार पर लोकसभा, राज्य सभा, विधानसभा व विधान परिषद में राजनीतिक हिस्सेदारी की मांग की गई। जो राजनीतिक दल भागीदारी सुनिश्चित करेगा समाज का समर्थन उसी के साथ रहेगा। समाज द्वारा राजनीति विकल्प की दिशा देने पर विचार करने का प्रस्ताव पारित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आयोजन समिति के संयोजक नवल किशोर ने की। संचालन पूर्व जिला पार्षद नवल किशोर राउत ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत हरिश्चंद्र भगत के शंखनाद से हुई। ध्रुवासा पब्लिक स्कूल की छात्राओं ने स्वागत गान प्रस्तुत किए। स्वागत भाषण पूर्व प्रमुख संजय महतो ने किया। कार्यक्रम का उदघाटन मुख्य अतिथि, आयोजन समिति के सदस्य व संरक्षक द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। मुख्य अतिथि राजद प्रदेश अध्यक्ष सह विधान पार्षद डॉ.रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि वे आरक्षण सूची में सुड़ी जाति को शामिल कराने की दिशा में प्रयास करेंगे। विधान परिषद के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव समिति में इसे रखेंगे। कहा कि सम्मेलन में सामाजिक, पारिवारिक व राजनीतिक द्वंद्व से अलग मंच पर समाज के लोग एकजुट हैं जो सामाजिक जागरूकता का परिचायक है। सामाजिक एकजुटता के अभाव में कई लोग राजनीति की मुख्य धारा में नहीं आ पा रहे हैं। ऐसे में राजनीतिक शक्ति को बहाल करने की जरूरत है। डॉ. रंजना पूर्वे ने कहा कि राजनीतिक सक्रियता और भागीदारी जरूरी है। राजनीति में वर्चस्व को लेकर प्रयास करना होगा। तभी सभी प्रकार की परिपूर्णता का लाभ समाज को मिलेगा। पूर्व सांसद राजनीति प्रसाद ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का महिमा मंडन किया। कहा कि लालू प्रसाद ने ही उन्हें राज्यसभा सदस्य बनाया। राजनीति बहुत बड़ी चीज है। लालगंज के पूर्व विधायक केदार प्रसाद ने कहा कि लोकसभा चुनाव के पहले अगर जाति को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल नहीं किया गया तो नोटा में वोट डाला जाएगा। पूर्व विधान पार्षद बैद्यनाथ प्रसाद ने कहा कि समाज को संगठित करने के लिए स्वयं से बाहर आना होगा। बिहार में सात फीसद सुड़ी की आबादी है तो उसके हिसाब से राजनीतिक हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। आबादी के हिसाब से राजनीतिक हिस्सेदारी नहीं मिलती है तो समाज चुनाव का बहिष्कार करे। सम्मेलन को विधान पार्षद सुमन महासेठ, पूर्व प्रत्याशी रेखा गुप्ता, महामंत्री श्याम सुंदर प्रसाद, मधुबनी के प्रह्लाद पूर्वे, वैशाली के अवधेश प्रसाद, केपी पप्पू व मनोज कुमार गया, दरभंगा के बद्री पूर्वे, छपरा के सुरेंद्र कुमार, शिक्षक हरिनारायण राउत, बैद्यनाथ महतो, डॉ.ध्रुव किशोर महतो, डॉ.वरुण कुमार, डॉ.रघुनाथ कुमार, डॉ.प्रवीण कुमार, प्रो.अरुण कुमार, विमलेश कुमार, उप प्रमुख जयकिशोर साह ललित, आरती प्रधान, गणेश प्रसाद, पूर्व सैनिक रामएकबाल महतो, राजकिशोर महतो, शिवशंकर महतो, अभिषेक कुमार लड्डू, डॉ.शंभू प्रसाद, विश्वनाथ प्रसाद, शंभू पूर्वे, प्रो.रमेश कुमार, विरेंद्र कुमार, अवधेश प्रसाद, अमित कुमार ¨टकू, उमाशंकर गाई, जयनारायण महतो, केदार प्रसाद, परमेश्वर चौधरी, जितेंद्र कुमार आदि ने संबोधित किए।

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