मुखिया समेत ग्रामीणों ने श्रमदान से बनाया बांध, खेती की राह आसान

बाढ़ के चलते सर्वस्व लूटा चुके किसानों की खेती की बची-खुची आस भी मौसम की दगाबाजी के चलते समाप्त हो गई थी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Sep 2019 01:07 AM (IST) Updated:Thu, 19 Sep 2019 06:34 AM (IST)
मुखिया समेत ग्रामीणों ने श्रमदान से बनाया बांध, खेती की राह आसान
मुखिया समेत ग्रामीणों ने श्रमदान से बनाया बांध, खेती की राह आसान

सीतामढ़ी। बाढ़ के चलते सर्वस्व लूटा चुके किसानों की खेती

की बची-खुची आस भी मौसम की दगाबाजी के चलते समाप्त हो गई थी। खेतों में पड़ी दरारें किसानों के जख्मों को कूरेद रही थी, इन सबके बीच प्रखंड अंतर्गत भुतही पंचायत के मुखिया मनोज कुमार के नेतृत्वद में ग्रामीणों ने श्रमदान कर न केवल लखनदेई नदी पर 100 फीट लंबा और 12 फीट उंचा बांध का निर्माण कराया, बल्कि बांध के जरिए नदी के पानी को खेतों तक पहुंचाने में सफलता पाई है। पिछले तीन दिनों से जारी प्रयास के बाद बांध का निर्माण

होते ही लखनदेई नदी का पानी किसानों के खेतों तक पहुंच गया है। वहीं पानी

मिलने के बाद खेतें की दराड़ भरने लगी है, साथ ही फसलों को नवजीवन मिलने

लगा है। तीन दिन पूर्व बांध निर्माण का काम शुरू हुआ। मुखिया और पंसस

समेत ग्रामीणों ने कुदाल और टोकड़ी उठाए। लगातार तीन दिनों तक जारी

मेहनत के बाद भुतही में लखनदेई नदी पर बांध का निर्माण हो पाया है। बताते

चलें कि बाढ़ के चलते इलाके के किसानों के खेत-खलिहान और घर समेत सब कुछ

तबाह हो गया था। खेतों में लगी धान की फसल भी बाढ़ की भेंट चढ़ गई थी।

बाढ़ बाद किसानों ने नेपाल से मोटी कीमत पर बिचड़ा लकर धान की रोपनी की

थी। लेकिन बारिश के अभाव में इलाके फिर सूखे की गिरफ्त में आ गया। हालत

यह कि खेत में लगी फसले सूख रही थी। खेत में दराड़ पड़ने लगी थी। सिचाई

की कोई व्यवस्था नहीं थी। किसान चितित थे। किसानों की उम्मीद जब दम

तोड़ने लगी तो भुतही निवासी महेश महतो के नेतृत्व मे किसानों ने मुखिया

मनोज कुमार से मिल कर लखनदेई नदी में चिरैया पुल के समीप बांध निर्माण की

बात मांग की। मुखिया मनोज मनोज के अलावा सरपंच लाल बाबू, पंचायत समिति

सदस्य पति बिकाउ कापड, पूर्व सरपंच रघुनाथ प्रसाद, पैक्स अध्यक्ष

वीरेंद्र पंजियार, शिक्षक शिव कुमार, उप सरपंच भोला महतो, महेश महतो,

निरंजन कुमार, विनोद महतो, नागेन्द्र महतो, राजेश मुखिया, बुनी लाल

मुखिया, रामेश्वर पंच, गोधन मुखिया और दिनेश मुखिया सहित सैकड़ों

ग्रामीणों के श्रमदान से तीन दिनों में बांध का निर्माण कराया। सोमवार को

बांध निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इलाके में खुशी का माहौल दिखा।

श्रमदान के जरिए बांध निर्माण कर ग्रामीणों ने नदी की धारा को खेतों की

ओर मोड़ दिया है। इससे इलाके के हजारों किसानों के खेतें पर पानी पहुंच

रहा है। हर खेत तक पानी पहुंचने के बाद अब धान से लगी किसानों की

उम्मीदें जिदा हो गई है। मुखिया मनोज कुमार ने बताया कि केवल भुतही नहीं

बल्कि चिरैया, मटियार, फुलकाहा, कचोर, दिग्घी, महुलिया, फतहपुर समेत कई

गांवों के किसानों को लाभ मिलेगा।

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