प्रधानमंत्री कृषि कानून को वापस लेने की करें घोषणा
सीतामढ़ी। अनिश्चितकालीन उपवास समाप्ति के बाद 6 जनवरी से जिला के विभिन्न प्रखण्डों मे किसान जागर
सीतामढ़ी। अनिश्चितकालीन उपवास समाप्ति के बाद 6 जनवरी से जिला के विभिन्न प्रखण्डों मे किसान जागरण के बाद धरना प्रदर्शन जारी है। एआईकेएससीसी के घटक संगठन संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा, अभा किसान सभा, किसान सभा, जय किसान आंदोलन के तत्वावधान मे जिले के डुमरा प्रखंड मुख्यालय पर किसान-मजदूरों का विशाल धरना तथा प्रदर्शन किया गया। राष्ट्रपति से किसानों की मांगो के बाबत हस्तक्षेप करने का अनुरोध पत्र प्रखण्ड विकास अधिकारी को सौंपा गया। प्रधानमंत्री से मांग की गई कि उच्चतम न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद भी हठधर्मिता छोड़ किसान आंदोलन के बीच जाकर तीनो कानून वापस लेने तथा एम एसपी को कानूनी दर्जा देने का एलान करें। अन्यथा जिले में जोरदार ट्रैक्टर परेड आंदोलन होगा।
स्थानीय मांगो मे बिहार सरकार तथा जिला प्रशासन से रीगा चीनी मिल चालू कराने,गांव-गांव मे कृषि उत्पादों के खरीद केन्द्र की व्यवस्था करने प्रखण्डों मे किसान हित की योजनाओं मे व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगाने आदि की मांग की गई। धरनास्थल पर वरिष्ठ अधिवक्ता रामपदार्थ मिश्र की अध्यक्षता में सभा हुई। जिसमे पूर्व विधायक सुनील कुशवाहा ने किसानों केआन्दोलन को पूर्णसहयोग का आश्वासन दिया। सभा को किसान नेता प्रो आनन्द किशोर जयप्रकाश राय, शफीक खान,जलंधर यदुबंशी,प्रो दिगम्बर ठाकुर,ओमप्रकाश,चन्द्रदेव मंडल,बैधनाथ हाथी,लालबाबू मिश्र,भोला बिहारी,हृषिकेश,सुरेश बैठा,चन्द्रजीत यादव,शशिधर शर्मा,आफताब अंजुम, रामबाबू सिंह,ब्रजमोहन मंडल,आलोक कुमार सिंह,अल्पसंख्यक मोर्चा के मुर्तजा,हरिओमशरण नारायण,ई. कृष्ण कुमार यादब,भरत सिंह,उमाशंकर सिंह,अर्चना कुमारी, हलीमा खातून,सिकू कुमारी, रकीम सिद्दीकी, रामकृष्ण कुशवाहा,राहुल कुमार मंडल,महेन्द्र राम,नन्दलाल यादव,रामजिनीश यादव,जबाहर यादव,सन्नी श्रीवास्तव,कौशल किशोर यादब,मो तनबीर अहमद,कैलाश बिहारी यादव,रामशरण सिंह, बैद्यनाथ कुशवाहा,हंसलाल यादब,मुरारी यादव सहित अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया । सभा के अंत मे किसान आन्दोलन के 70 शहीदों तथा प्रसिद्ध् वामपंथी नेता गणेश शंकर विद्यार्थी के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर गहरा शोक व्यक्त किया गया।