350 बाढ़ पीड़ितों को नहीं मिली बाढ़ सहायता राशि

सीतामढ़ी। सोनबरसा प्रखंड मुख्यालय से सटे सीमावर्ती क्षेत्र के भलुआहा पंचायत के अधीन परसा खुर्द गांव स्थित पंचायत कार्यालय पर दैनिक जागरण अभियान के तहत गांव की पाती अभियान के तहत चौपाल लगाई गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Feb 2020 12:12 AM (IST) Updated:Mon, 10 Feb 2020 12:12 AM (IST)
350 बाढ़ पीड़ितों को नहीं मिली बाढ़ सहायता राशि
350 बाढ़ पीड़ितों को नहीं मिली बाढ़ सहायता राशि

सीतामढ़ी। सोनबरसा प्रखंड मुख्यालय से सटे सीमावर्ती क्षेत्र के भलुआहा पंचायत के अधीन परसा खुर्द गांव स्थित पंचायत कार्यालय पर दैनिक जागरण अभियान के तहत गांव की पाती अभियान के तहत चौपाल लगाई गई। चौपाल में ग्रामीणों ने कहा कि पंचायत द्वारा पीसीसी सड़क, पक्का नाला एवं गांव में जलजमाव से निजात मिली। लेकिन कई समस्याओं से लोग आज भी जूझ रहे हैं। सैकड़ों एकड़ जमीन के सिचाई के लिए मात्र एक सरकारी नलकूप है। लेकिन वर्षो से बंद पड़े हैं। जिससे किसान महंगे दाम पर खेती करने को मजबूर हैं। वही शौचालय निर्माण के बावजूद कई लाभुकों का भुगतान नहीं हो पाया है । ओरलहिया महादलित बस्ती के लोग बिजली के अभाव में ढिबरी युग मे जीने को विवश है । बीते वर्ष आई भीषण बाढ़ से हुई तबाही के बाद पंचायत द्वारा अनुश्रवण समिति से स्वीकृत होने के बाद भी 350 बाढ़ पीड़ितों को बाढ़ सहायता राशि नहीं मिली। वर्षों से मिल रहे करीब एक दर्जन से अधिक लाभकों को अंत्योदय योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। चौपाल में राम सागर महतो, जय गुरु देव महतो, नीरज कुमार, चन्देश्वर महतो, मौजे महतो, रुदल साह, रामचन्द्र महतो, राज कुमार महतो, रामपति देवी, धनेश्वरी देवी, रामदेव राय, रामसुनर साह, गीता देवी, हरिकिशोर महतो तथा ऋषि रंजन कुमार आदि शामिल थे । मुकेश कुमार साह, मुखिया: पंचायत को मॉडल बनाने का प्रयास जारी है । हजारों फीट में पीसीसी सड़क एवं पक्के नाला का निर्माण तथा नल-जल योजना पूरी की गई है । सात सौ से अधिक लोगों को पेंशन का लाभ दिया गया है। दो हजार से अधिक लाभुकों का शौचालय का लाभ दिया जा चुका है। सरकारी नलकूप को चालू करने का प्रयास किया जा रहा है। ओरलहिया गांव एवं वार्ड 7 में जल्द बिजली की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी सड़क पर जलजमाव की समस्या से निजात दिलाया गया । मानती देवी: वर्षों से अंत्योदय योजना का लाभ मिल रहा था लेकिन पिछले चार महीनों से लाभ नही मिल पा रहा है। डीलर ने कार्ड भी रख लिया। डीलर कहता है।। सूची में नाम नही है। रामअशीष महतो : हजारों एकड़ में सिचाई के लिये मात्र एक सरकारी नलकूप है, जो वर्षो से बंद है । ऐसे में किसानों को खेती पटवन के लिए महंगे दाम पर पंपिग सेट से पटवन कर सिंचाई करना पड़ता है । सुरेश साह : ओरलहिया गांव में अधिकतर लोग महादलित है । बिजली विभाग द्वारा पोल व तार लगाया जा चुका है । लेकिन मीटर के अभाव लोग बिजली का प्रयोग करने वंचित हैं। बिदेश्वर महतो : बाढ़ राहत में सूची में नाम दर्ज है लेकिन अब तक बाढ़ राहत राशि नहीं मिल पाई है । सीओ कार्यालय के चक्कर लगाकर तक चुके हैं। गुरुदयाल राय : वार्ड 7 में बिजली तार बिजली के पोल नहीं लगे हैं । जिसके वार्ड के लोग आज भी ढिबरी युग में जीने को विवश हैं।

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