विद्यालय में कुव्यवस्था की खुली पोल

पुपरी (सीतामढ़ी), संस : दैनिक जागरण टीम द्वारा बुधवार को आन द स्पाट अभियान के तहत मध्य विद्यालय हरिह

By Edited By: Publish:Fri, 27 Feb 2015 01:09 AM (IST) Updated:Fri, 27 Feb 2015 01:09 AM (IST)
विद्यालय में कुव्यवस्था की खुली पोल

पुपरी (सीतामढ़ी), संस : दैनिक जागरण टीम द्वारा बुधवार को आन द स्पाट अभियान के तहत मध्य विद्यालय हरिहरपुर का जायजा लिया गया। जहां विद्यालय में व्याप्त कुव्यवस्था की पोल खुल गई। प्रस्तुत है पड़ताल का प्रमुख अंश : -

समय से पहले ही बंद हो गया विद्यालय : समय दिन के एक बजे। विद्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। इस बीच हाथों में किताब लिए बच्चे क्लास रूम से निकल घर की ओर रवाना होते देखे गए। पूछताछ में बच्चों ने बताया कि छुट्टी हो गई है। इस दौरान वहां खड़े एक शिक्षक बच्चों को रोकने की कोशिश में लग गए। लेकिन तब तक अधिकांश बच्चे विद्यालय से निकल पड़े थे। इससे शिक्षक भी पेशोपेश में आ गए। विद्यालय में महज चंद कदमों की दूरी पर दुकानदारों से पता चला कि यहां रोज इसी तरह का नजारा रहता है। शिक्षक नहीं आते, पढ़ाई नहीं होती और मध्याह्न भोजन कागज पर ही चलता है।

मध्याह्न भोजन बंद, किचेन में लगा रहा ताला : विद्यालय में आज मध्याह्न भोजन नहीं बन सका। लिहाजा बच्चे भी मायूस होकर विद्यालय से लौट रहे थे। पल्लवी कुमारी, रूपम कुमारी, कृपा कुमार समेत घर लौट रहे छात्र-छात्राओं ने बताया कि अक्सर चावल सब्जी ही खिलाया जाता है। इससे स्पष्ट हो रहा था कि योजना में लूट खसोट जारी है और मेनू का पालन नहीं हो रहा। भंडार कक्ष में गंदगी में रखा चावल व बर्तन कई सवाल खड़ा कर रहा था। मध्याह्न भोजन नहीं बनने की बाबत शिक्षकों ने बताया कि सिकिल मंडल, गुड्डी देवी, शोभा देवी, मीरा देवी व सुनीता देवी समेत पांच रसोईया है, जो संघ के आह्वान पर हड़ताल कर पटना गई है।

हेडमास्टर समेत कई शिक्षक रहे गायब : विद्यालय में नामांकित पांच सौ से अधिक छात्रों के लिए सात शिक्षकों को पदस्थापित किया गया है। इनमें हेडमास्टर राम विनोद राय अनुपस्थित थे। पूछताछ में पता चला कि तीन दिन की छुट्टी पर है। शिक्षक रंजन प्रताप नियोजन कार्य के लिए प्रतिनयोजन पर व सरिता कुमारी के आकस्मिक छुट्टी पर होने की जानकारी दी गई। राम विनय राम, हरि किशोर राम, राम स्वरूप साह व जवाहर राम ने बताया कि रसोईया के हड़ताल के कारण भोजन नहीं बन सका। विद्यालय में एक चापाकल से परेशानी होती है। कार्यालय में साक्षर भारत मिशन के तहत नियुक्त वरीय प्रेरक विजय पासवान व चंचला कुमारी मौजूद रही। प्रेरकों ने बताया कि विद्यालय परिसर में चार माह पहले मनरेगा के तहत मिट्टी भराई गई थी। बलुहट मिट्टी रहने के कारण बच्चों को खाने व पढ़ने में परेशानी होती है। चाहरदीवारी नहीं रहने से विद्यालय पशुओं का रैन बसेरा बन जाता है।

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