ईंट-भट्ठा पर काम करने वाले मजदूरों को भी मिलेगा लाभ

शेखपुरा। पूरे राज्य में अब मनरेगा में काम करने वाले और ईंट भट्ठा पर काम करने वाले मजदूरों को भी श्रम

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 Sep 2018 11:02 PM (IST) Updated:Sat, 08 Sep 2018 11:02 PM (IST)
ईंट-भट्ठा पर काम करने वाले मजदूरों को भी मिलेगा लाभ
ईंट-भट्ठा पर काम करने वाले मजदूरों को भी मिलेगा लाभ

शेखपुरा। पूरे राज्य में अब मनरेगा में काम करने वाले और ईंट भट्ठा पर काम करने वाले मजदूरों को भी श्रमिक कल्याण का सभी तरह का लाभ मिलेगा। शनिवार को शेखपुरा के इस्लामियां हाई स्कूल मैदान में दो दिवसीय नियोजन सह मार्गदर्शन मेला में यह घोषणा बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने की। मंत्री ने कहा कि अबतक मनरेगा और ईंट भट्ठा के मजदूरों को यह लाभ नहीं दिया जा रहा था। इन मजदूरों को लाभ पाने के लिए जिला के श्रम विभाग में अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। श्रमिक कल्याण योजना में असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों और इनके परिवार के लोगों को जन्म से लेकर काम करने और मृत्यु तक सरकारी लाभ मिलता है। इससे पहले मंत्री व भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष पूनम शर्मा ने संयुक्त रुप से दीप जलाकर इस दो दिवसीय मेला की शुरुआत की। अपने संबोधन में मंत्री ने कहा कि देश की 60 फीसदी आबादी युवाओं की है। 21वीं सदी में देष अपनी इसी युवा षक्ति के दम पर वियव गुरु बनेगा। केंद्र व राज्य सरकार की अन्य योजनाओं के बारें में मंत्री ने कहा कि दोनों सरकारें सिर्फ रोजगार देने का ही नहीं काम कर रही है। बल्कि युवाओं के स्किल डेवलपमेंट और कौशल विकास करने का भी काम कर रही है। वही भाजपा नेत्री डॉ. पूनम शर्मा ने इस नियोजन मेला में महिलाओं और छात्राओं की कम उपस्थिति पर ¨चता जाहिर की और नियोजन पदाधिकारी को महिलाओं और छात्राओं के बीच मेला का प्रचार कराने की मांग की। वही भाजपा जिलाध्यक्ष संजीत प्रभाकर ने बरबीघा में भी नियोजन मेला लगाने की मांग की। मेला को प्रो. राजेंद्र यादव, अर¨वद कुमार ¨सह, जदयू जिलाध्यक्ष डॉ. अर्जुन प्रसाद, एडीएम व जिला नियोजन पदाधिकारी राजीव कुमार सहित अन्य लोगों ने संवोधित किया।

इस दो दिवसीय नियोजन मेला में कुल 12 कंपनियों के द्वारा स्टॉल लगाया गया है। जिला नियोजन पदाधिकारी ने बताया कि षनिवार को कुल 250 लोगों ने आवेदन दिया है। नियोजन करने का काम रविवार को किया जाएगा। रविवार को ही डीएम योगेंद्र ¨सह के द्वारा इस मेला का समापन किया जायेगा। पदाधिकारी ने कहा कि संगठित क्षेत्र में नौकरियां सीमित हो गई है। जबकि वैष्वीकरण और आर्थिक प्रगति के कारण असंगठित क्षेत्र में नौकरी का काफी विस्तार हुआ है। बेरोजगार युवकों को इस मेला का लाभ उठाकर रोजगार से जुड़ना चाहिए।

chat bot
आपका साथी