फर्जीवाड़ा करके नौकरी लेने में डीएम का आदेशपाल सस्पेंड

शेखपुरा। फर्जीवाड़ा करके सरकारी नौकरी हासिल करने के मामले में डीएम के आदेशपाल को सस्पेंड कर दिया गया

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Oct 2018 05:04 PM (IST) Updated:Sat, 27 Oct 2018 05:04 PM (IST)
फर्जीवाड़ा करके नौकरी लेने में डीएम का आदेशपाल सस्पेंड
फर्जीवाड़ा करके नौकरी लेने में डीएम का आदेशपाल सस्पेंड

शेखपुरा। फर्जीवाड़ा करके सरकारी नौकरी हासिल करने के मामले में डीएम के आदेशपाल को सस्पेंड कर दिया गया है। फर्जीवाड़ा में सस्पेंड हुआ आदेशपाल विनीत कुमार जिला के सदर ब्लाक के बरमा गांव का निवासी है। विनीत कुमार पर नाम बदलकर और अपनी वास्तविक जन्मतिथि में फेरबदल करके नौकरी लेने का आरोप है। विनीत कुमार ़िफलहाल डीएम की गोपनीय शाखा में पदास्थापित था। डीएम ने विनीत के खिलाफ थाना में प्राथमिकी भी दर्ज करने का निर्देश दिया है। विनीत कुमार के खिलाफ प्रपत्र का गठित करके विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है। निलंबन की अवधि में विनीत का मुख्यालय जिला के घाटकोसुम्भा ब्लाक कार्यालय बनाया गया है। इस बाबत आधिकारिक जानकारी में बताया गया कि विनीत के इस कथित फर्जीवाड़ा की शिकायत डीएम से गांव के ही एक व्यक्ति ने की थी। बाद में यह मामला जिला लोक जनशिकायत में चला गया। बाद में 22 अगस्त 2018 को जांच कमेटी बनाकर विनीत के इस फर्जीवाड़े की जांच कराई गई। जांच कमेटी ने पिछले महीने 23 नवंबर को अपनी पूरी जांच रिपोर्ट सौंप दी। जांच रिपोर्ट में विनीत के फर्जीवाड़े को पूरी तरह सही पाया गया।

-------------------

विनीत पर लगे आरोप

विनीत पर आरोप है कि उसका असली नाम विकास कुमार है। विकास की जन्मतिथि 5 जनवरी 1993 है। विनीत के पिता की मौत के बाद जब अनुकंपा पर नौकरी की बात आई तो वही विकास अपनी जन्मतिथि बदलकर 22 दिसंबर 1987 कर लिया और अपना नाम भी बदलकर विकास कुमार के स्थान पर विनीत कुमार कर लिया। जिस ग्रामीण ने डीएम के समक्ष इसकी शिकायत दर्ज कराई थी उसने विकास और विनीत दोनों का स्कूल के साक्ष्य भी प्रस्तुत किया था।

chat bot
आपका साथी