बरबीघा: शिक्षकों की पिटाई के बाद से बंद है ये सरकारी स्कूल, दबंग के धमकी के बाद से स्कूल नहीं रहे टीचर व बच्चे

बरबीघा के पांक पंचायत में बीते गुरुवार से मध्य विद्यालय के बच्चे अघोषित छुट्टी मना रहे हैं।विद्यालय में शिक्षकों के साथ हुई मारपीट की घटना और विद्यालय आने पर जान से मार देने की धमकी मिलने के बाद जहां शिक्षक विद्यालय जाने से कतरा रहे हैं।

By ritesh kumarEdited By: Publish:Thu, 04 May 2023 01:23 AM (IST) Updated:Thu, 04 May 2023 01:23 AM (IST)
बरबीघा: शिक्षकों की पिटाई के बाद से बंद है ये सरकारी स्कूल, दबंग के धमकी के बाद से स्कूल नहीं रहे टीचर व बच्चे
दबंग के डर से एक सप्ताह से बरबीघा का ये सरकारी स्कूल बंद है।

संवाद सूत्र, बरबीघा: बरबीघा के पांक पंचायत में बीते गुरुवार से मध्य विद्यालय के बच्चे अघोषित छुट्टी मना रहे हैं।विद्यालय में शिक्षकों के साथ हुई मारपीट की घटना और विद्यालय आने पर जान से मार देने की धमकी मिलने के बाद जहां शिक्षक विद्यालय जाने से कतरा रहे हैं, वहीं विद्यालय के विद्यार्थियों का पठन-पाठन एक सप्ताह से पूरी तरह बंद है।

स्कूल बंद होने से बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह बाधित

इस विद्यालय में गांव के दलित टोले से लेकर गरीब किसानों के बच्चे पढ़ने आते हैं, लेकिन विद्यालय बंद होने से इनकी पढ़ाई पूरी तरह से बाधित हो चुकी है। मामले की जानकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी से लेकर जिले के अन्य आला अधिकारियों तक को है। बावजूद इसके इस पर कोई पहल नहीं होने से गांव के लोगों में काफी रोष व्याप्त है।

सुबह विद्यालय पहुंचने के उपरांत विद्यालय परिसर में कई बच्चे खेल रहे थे। विद्यालय के मैदान में खेल रहे बच्चे को भी स्कूल बंद होने के कारणों की पूरी जानकारी है।

दंबगों की मारपीट से गांव में भय का माहौल

बच्चों ने बताया कि स्कूल के मास्टर साहब मार खाए थे इसीलिए स्कूल बंद है, जबकि आसपास में मौजूद लोगों से पूछने पर उन्होंने मामले से पल्ला झाड़ते हुए अनभिज्ञता जाहिर कर दी। विद्यालय में शिक्षकों से मारपीट करने वाले गांव के दबंग युवक का भय पूरे गांव में इस कदर है कि उसके भय से कोई कुछ बोलने को राजी नहीं है।

मुखिया ने प्रखंड शिक्षा अधिकारी को सौंपा ज्ञापन

इधर विद्यालय के शिक्षक विद्यालय बंद कर प्रखंड संसाधन भवन में अपना योगदान दे रहे हैं।  विद्यालय में पठन-पाठन सुचारू रूप से हो सके इसके लिए मुखिया संगीता कुमारी ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित जिला शिक्षा पदाधिकारी को एक ज्ञापन देकर विद्यालय को सुचारू ढंग से शुरू करने की मांग की है।

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