पुत्री की शादी के लिए रोशन ने जमा कर रखे थे पैसे, लूट ले गए डकैत

शिवहर। गुरुवार की रात बेला थाना क्षेत्र के खैरबा मुस्लिम टोल में जिन 5 लोगों के घरों में डकैती की घटना हुई वह सभी बेहद गरीब हैं। कमोबेश सभी मजदूर हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 11:49 PM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 11:49 PM (IST)
पुत्री की शादी के लिए रोशन ने जमा कर रखे थे पैसे, लूट ले गए डकैत
पुत्री की शादी के लिए रोशन ने जमा कर रखे थे पैसे, लूट ले गए डकैत

शिवहर। गुरुवार की रात बेला थाना क्षेत्र के खैरबा मुस्लिम टोल में जिन 5 लोगों के घरों में डकैती की घटना हुई, वह सभी बेहद गरीब हैं। कमोबेश सभी मजदूर हैं। किसी के घर में किवाड़ नहीं है, तो किसी के घर पर छप्पर नहीं है। रोशन खातून के पति मोहम्मद ताहिर सिद्दीकी लुधियाना में सिलाई करते हैं। रोशन अपनी पुत्री की शादी के लिए पाई पाई जोड़ कर 60 हजार रुपये जमा कर रखी थी। वह अपराधियों के आगे रोती रही, गिड़गिड़ाती रही, हाथ जोड़ती रही लेकिन किसी ने उसकी एक नहीं सुनी। उल्टा अपराधियों ने उसकी पिटाई कर दी। और रुपए लूट कर चलते बने। फेकू नट महाजन से पैसे लेकर मवेशियों की खरीद बिक्री करता है। गुरुवार की शाम वह मवेशी बिक्री कर एक लाख 72 हजार रुपये लेकर लौटा था। वहीं उसकी पत्नी के पास 18 हजार रुपये थे। इन रुपयों के साथ अपराधी बेटी की शादी के लिए बनाए जेवर भी लूट ले गए।

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-- 10 माह पहले भी हुई थी खैरबा गांव में डकैती --

इस घटना से करीब 10 माह पहले भी खैरबा गांव में डकैती की घटना हुई थी। 13 नवंबर 2020 को डकैतों ने व्यवसायी इंदल चौधरी के घर को निशाना बनाया था। इस दौरान डकैतों ने नगद रुपए एवं जेवर समेत लाखों की संपत्ति लूट ली थी। डकैतों ने विरोध करने पर चौधरी एवं उनके पुत्र अजय चौधरी को लोहे की रॉड से मारकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था। इस घटना के समय डकैतों ने एक ग्रामीण चुन्नू झा की भी जमकर पिटाई की थी। जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। इस डकैती कांड में पुलिस के हाथ अब तक खाली ही हैं। राजद के व्यवसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव राम कैलाश साह ने लगातार हो रही घटनाओं को पुलिस प्रशासन की विफलता करार दिया। कहा कि अधिकांश मामलों में अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाती। जिसके कारण उनका मनोबल बढ़ जाता है। निवर्तमान मुखिया नरेंद्र प्रसाद ने कहा कि घटनाओं पर अंकुश लगाना पुलिस प्रशासन का काम है। लेकिन सामाजिक दायित्व भी हमें समझना होगा। प्रत्येक गांव में टीम बनाकर लोगों को अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। समाज अगर एकजुट रहेगा तो अपराधियों को अंजाम देने से पहले 10 बार सोचना होगा

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