नब्बे फीसद चापाकल ने पानी छोड़ा, गड़खा के सैदसराय गांव में पेयजल के लिए हाहाकार

ठंड के इस मौसम में ही गड़खा क्षेत्र के कई गांवों में जलसंकट गहरा गया है। सैदसराय गांव में करीब 90 फीसद चापाकल बेकाम हो गए हैं। इससे पानी के लिए हाहाकार की स्थिति हो गई है। वैसे प्रखंड के कई गावों में लगे हैंड पंप बंद हो गए है। कहीं-कहीं तो नल जल योजना की पेयजल व्यवस्था भी ठप पड़ गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 09 Jan 2019 10:24 PM (IST) Updated:Wed, 09 Jan 2019 10:24 PM (IST)
नब्बे फीसद चापाकल ने पानी छोड़ा, गड़खा के सैदसराय गांव में पेयजल के लिए हाहाकार
नब्बे फीसद चापाकल ने पानी छोड़ा, गड़खा के सैदसराय गांव में पेयजल के लिए हाहाकार

संवाद सूत्र, गड़खा : ठंड के इस मौसम में ही गड़खा क्षेत्र के कई गांवों में जलसंकट गहरा गया है। सैदसराय गांव में करीब 90 फीसद चापाकल बेकाम हो गए हैं। इससे पानी के लिए हाहाकार की स्थिति हो गई है। वैसे प्रखंड के कई गावों में लगे हैंड पंप बंद हो गए है। कहीं-कहीं तो नल जल योजना की पेयजल व्यवस्था भी ठप पड़ गई है।

दो वार्डों में मामला आया सामने :

पीने के पानी के दिक्कतों का ऐसा मामला गड़खा प्रखंड के सैदसराय गांव के दो वार्डों में सामने आया है। यहां वार्ड नंबर 12 और 13 में हाहाकार मचा हुआ है। दोनों वार्डों में करीब 2000 की आबादी परेशान है। गांव में करीब एक सौ सरकारी व निजी चापाकल हैं। ग्रामीणों का कहना है कि एकाध चापाकल ही काम कर रहे हैं।

वार्ड में कई चापाकल पहले से ही है खराब :

गांव में लगे कई चापाकल तो पहले से ही खराब पड़े हैं। एक-दो सही हैं तो उनपर सुबह से ही पानी लेने के लिए कतार लग जाती है। पीने के पानी के लिए गांव के महिला-पुरूष और बच्चे सुबह चार बजे से ही चापाकल के सामने लाइन लगाना शुरू कर देते हैं। यहां घंटों लाइन में खड़े होने के बाद कहीं उन्हें पानी नसीब हो पा रहा है। लोगों को डर है कि कहीं इसने भी पानी देना छोड़ दिया तो क्या हालत होगी।

कुछ चापाकलों में समरसेबल डालकर चला रहे काम :

बुधवार को अजय ठाकुर, टुनटुन साह, अमित कुमार, इंद्रजीत कुमार सिह, गुलाबी देवी, लालमुनी देवी, गीता देवी, अमित सिह सहित अनेक लोगों ने बताया कि यहां पिछले तीन महीने से समस्या हो रही है। जलस्तर काफी नीचे चले जाने से यहां अधिकांश चापाकल सूख चुके हैं। इक्का-दुक्का ठीक भी है तो उसमें समरसेबल डाल कर काम चलाया जा रहा है। अधिकारियों से ग्रामीणों की शिकायत भी अबतक बेअसर :

ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने इसकी शिकायत स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों तक कर चुके हैं, लेकिन अभी तक इसके निदान की व्यवस्था तो दूर कोई गांव में देखने तक नहीं पहुंचा है। विभाग का कहना है कि गांव में जलमीनार का निर्माण कराया गया है, इसके चालू होने से पेयजल की समस्या दूर हो जाएगी। इस बीच पेयजल की समस्या को लेकर ग्रामीण काफी गुस्से में हैं और वह इसके लिए उग्र आंदोलन शुरू करने की भी बात कह रहे हैं। वर्जन

जलस्तर के नीचे चले जाने से यहां समूचे वाजिदपुर पंचायत में पेयजल की समस्या है, लेकिन सैदसराय के दो वार्डों में लोगों को ज्यादा परेशानी हो रही है। हमने खुद इसकी शिकायत बीडीओ और जलापूर्ति विभाग के अधिकारियों से की है। लेकिन निदान के लिए अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। अब जिला पदाधिकारी से इसकी शिकायत कर समाधान की मांग की जाएगी।

- मनोज राम,

मुखिया, वाजिदपुर।

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