पेज वन : जेपीयू के प्रतिकुलपति के साथ छात्र संघ अध्यक्ष ने की मारपीट

छात्रसंघ चुनाव में मतदाता से एक सौ रुपये लिए जाने के मुद्दे पर वार्ता करने पहुंचे जयप्रकाश विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष व विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने सोमवार प्रतिकुलपति के साथ उनके चैंबर में मारपीट की। इससे अफरातफरी मच गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Feb 2019 06:23 PM (IST) Updated:Mon, 11 Feb 2019 06:23 PM (IST)
पेज वन : जेपीयू के प्रतिकुलपति के साथ छात्र संघ अध्यक्ष ने की मारपीट
पेज वन : जेपीयू के प्रतिकुलपति के साथ छात्र संघ अध्यक्ष ने की मारपीट

जागरण संवाददाता, छपरा : छात्रसंघ चुनाव में मतदाता से एक सौ रुपये लिए जाने के मुद्दे पर वार्ता करने पहुंचे जयप्रकाश विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष व विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने सोमवार प्रतिकुलपति के साथ उनके चैंबर में मारपीट की। इससे अफरातफरी मच गई। घटना के बाद पहुंची पुलिस ने छात्रसंघ अध्यक्ष सहित पांच को गिरफ्तार किया है। इधर छात्र नेताओं ने प्रतिकुलपति पर अपने चैंबर में बंद कर पिटवाने का आरोप लगाया है। इधर मारपीट में चोटिल प्रतिकुलपति को अस्पताल पहुंचाया गया।

घटना के संबंध में बताया जाता है कि छात्रसंघ अध्यक्ष एवं विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता प्रतिकुलपति से छात्रसंघ चुनाव में मतदाता बनाने के लिए एक सौ रुपये लिए जाने का निर्णय वापस लेने की मांग करने गए थे। इसी दौरान बातचीत के दौरान मामला बिगड़ गया। आरोप है कि छात्र नेता ने प्रतिकुलपति को कुर्सी फेंककर मारा। इस मारपीट की घटना में प्रतिकुलपति प्रो. अशोक कुमार झा को चोट लगी है। शोर -गुल सुनकर विश्वविद्यालय के गार्ड वहां पहुंचे। प्रशासनिक गेट को बंद कर इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद एसडीओ लोकेश मिश्रा, डीएसपी अशोक कुमार, नगर थानाध्यक्ष व मुफस्सिल थानाध्यक्ष वज्र वाहन व पुलिस बल के साथ पहुंचे। पुलिस ने छात्रसंघ अध्यक्ष रजनीकांत ¨सह, विद्यार्थी परिषद के विभाग प्रमुख रितेश रंजन, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अंकित ¨सह, वंशीधर कुमार एवं रवि पांडेय को गिरफ्तार कर लिया। वहीं प्रतिकुलपति को मेडिकल जांच को ले सदर अस्पताल भेज दिया। प्रतिकुलपति ने चेंबर बंद कर पिटवाया

छात्रसंघ अध्यक्ष रजनीकांत ¨सह एवं अंकित ¨सह ने मीडिया को बताया कि वे प्रतिनिधिमंडल के रूप में कुलपति प्रो. हरिकेश ¨सह से मिलने गए थे। लेकिन कुलपति ने चुनाव संबंधित वार्ता करने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सह प्रतिकुलपति से मिलने की बात कही। जब वे प्रतिकुलपति से उनके चैंबर में मिलने गये तो वहां पहले कई शिक्षक मौजूद थे। प्रतिकुलपति उनसे बात करने को तैयार नहीं हुए। वे अनाप-शनाप बोलने लगे। फिर गार्ड को बुलाकर गेट बंद करने को कहा। इसके बाद गार्ड एवं कुछ कर्मचारियों ने मारपीट की। गर्दन दबाने का भी प्रयास हुआ। उसके बाद बाद पुलिस को बुलाकर गिरफ्तार करा दिया गया। विश्वविद्यालय प्रशासन लोकतांत्रिक परंपरा को ध्वस्त करने में लगा है। मुकदमा व गोली से विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता डरने वाले नहीं है। इस मामले में प्रतिकुलपति ने चैंबर में मारपीट करने एवं कुर्सी फेंक कर तोड़-फोड़ करने का आवेदन पुलिस को दिया है।

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