नयागांव में 62 वर्षो से हो रही ग्राम देवी की पूजा

सारण। नयागांव बाजार में पिछले 62 वर्षो से ग्राम देवी मां दुर्गा का भव्य मंदिर है। सूबे की रा

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Sep 2017 03:01 AM (IST) Updated:Thu, 28 Sep 2017 03:01 AM (IST)
नयागांव में 62 वर्षो से हो रही ग्राम देवी की पूजा
नयागांव में 62 वर्षो से हो रही ग्राम देवी की पूजा

सारण। नयागांव बाजार में पिछले 62 वर्षो से ग्राम देवी मां दुर्गा का भव्य मंदिर है। सूबे की राजधानी पटना से करीब 30 किलोमीटर और नयागांव रेलवे स्टेशन के करीब छपरा पटना मार्ग पर नयागांव में अवस्थित है। जहां रसूलपुर पंचायत के गणमान्य लोगों एवं श्रद्धालुओं के प्रयास सन 1955 से ही लगातार माता ग्राम देवी दुर्गा की मिट्टी की प्रतिमा स्थापित कर नवरात्र के दौरान श्रद्धा एवं विश्वास के साथ पूजा की जाती है ।

इस अवसर पर स्थानीय लोगों द्वारा सप्तमी से नवमी तक नाटक का मंचन किया जाता है । वर्ष 2015 में माता की प्रतिमा वहां बनाए गए भव्य मंदिर में स्थापित की गई। परम्परा के अनुसार मूर्ति भी बनाई जाती है। इस मंदिर पर आसपास के क्षेत्र के अलावा कई जिलों से श्रद्धालु आते हैं, जिसके चलते सप्तमी से नवमी के बीच काफी भीड़ जुटती है । श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए स्थानीय पुलिस प्रशासन और कार्यकर्ता हमेशा तत्पर रहते है। इस वर्ष कलश स्थापना के दिन से ही रात्रि में परम्परागत रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। जिसे देखने के लिये काफी संख्या में पुरूष, महिलाओं एवं च्च्चों की भीड़ उमड़ रही है। मंदिर के संस्थापक सह अध्यक्ष नागेश्वर प्रसाद ¨सह ने बताया कि नवयुवक दुर्गा पूजा समिति के सक्रिय सदस्य राजू चौरासिया , मुन्ना राय, भोला राय, अशोक प्रसाद, बालेश्वर राय, कमल राय एवं पूजा समिति के सभी सदस्य मां की सेवा में अहम भूमिका निभा रहे है।

इनकी सुनें:

फोटो 27 सीपीआर 20

माता के मंदिर पर रसूलपुर पंचायत एवं बाजार द्वारा हर साल दुर्गा पूजा के अवसर पर पूजा पाठ एवं रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। माता के मंदिर एवं पंडालों में सफाई, रोशनी के अलावा हर वक्त पानी की व्यवस्था रहती है।

निदेशक सह सरपंच जगन्नाथ चौरसिया

फोटो 27 सीपीआर 19

ग्राम देवी माता दुर्गा का वर्णन मार्कण्डेय पुराण में भी किया गया है जो मनोकामना देवी के नाम से भी जानी जाती हैं ।च्जो भक्त सच्चे मन से मां की आराधना करता है उसके सभी मनोरथ पूर्ण होती है। मां को नारियल, चुनरी और प्रसाद चढ़ाया जाता है।

पुजारी गौतम तिवारी

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