आंदोलन की चेतावनी के बाद कोषागार भेजा गया वेतन विपत्र
समस्तीपुर। सदर अस्पताल के नेत्र सहायक ठाकुर नीलमणि ने ससमय वेतन नहीं मिलने को लेकर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी थी।
समस्तीपुर। सदर अस्पताल के नेत्र सहायक ठाकुर नीलमणि ने ससमय वेतन नहीं मिलने को लेकर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी थी। इसको लेकर सिविल सर्जन से भी शिकायत की गई थी। बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार इस मामले पर सिविल सर्जन से मिलकर वार्ता की। सिविल सर्जन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल मामले की जांच की। साथ ही नेत्र सहायक को बताया कि जून 2021 का वेतन विपत्र कोषागार में भुगतान के लिए भेज दिया गया है। इसको लेकर 28 जुलाई से प्रस्तावित धरना कार्यक्रम को समाप्त करने को कहा। मौके पर जिला मंत्री राजीव रंजन, संघ सदर अस्पताल शाखा मंत्री देवेंद्र यादव सहित अन्य उपस्थित रहे। वहीं, गोपगुट के जिला सचिव अजय कुमार ने भी सीएस से वार्ता की। सीएस ने जिला अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग के सभी निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी को आदेश दिया कि आवंटन उपलब्ध रहने की स्थिति में अपने अधीनस्थ संस्थानों में कार्यरत सभी पदाधिकारी और कर्मचारी का वेतन व मानदेय का भुगतान अगले महीने की सात तारीख तक हर हाल में करना सुनिश्चित करेंगे। यदि किसी भी पदाधिकारी व कर्मी को नियमानुकूल देय वेतन व मानदेय का भुगतान उक्त तिथि तक नहीं किया जाता है तो उसके लिए संबंधित निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी एवं संबंधित लिपिक को सीधे तौर पर जवाबदेह मानते हुए उनके विरुद्ध नियमानुकूल आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। विलंब से वेतन मिलने की नेत्र सहायक ने की थी शिकायत
सदर अस्पताल के नेत्र सहायक ने विलंब से वेतन मिलने के फलस्वरूप 28 जुलाई से सिविल सर्जन कार्यालय परिसर में धरना देने का निर्णय लिया था। इसमें बताया था कि जून 2021 का वेतन भुगतान नहीं किया गया है। साथ ही बताया था कि पूर्व में ही हर महीने मनमानी ढंग से अनावश्यक विलंब से वेतन मिलता रहा है। इसी को लेकर मजबूरीवश बाध्य होकर 28 जुलाई से समस्या के निराकरण होने तक प्रत्येक दिन अपने कार्य अवधि के बाद दोपहर 12.15 से 3.30 बजे तक मुख्यालय परिसर में उपलब्ध पदाधिकारी के कार्यालय के समक्ष शांतिपूर्ण धरना देंगे। इसको लेकर 25 दिन पूर्व भी शिकायत की गई थी। लेकिन समस्या का निराकरण नहीं होने को लेकर धरना देने का निर्णय लिया गया था।